आई आर डी ए का इंशोरेंस रिपाज़िटरी सिस्टम

मर्कज़ी वज़ीर फ़ैनान्स पी. चिदम़्बरम ने कल यहां आई आर डी ए की इंशोरेंस रिपाज़िटरी सिस्टम ( आई आर एस ) को रोशनास करवाया।

इंशोरेंस रेग्यूलेटरी ऐंड डेवलपमेन्ट अथॉरीटी ( आई आर डी ए ) ने आई आर उसको दुनिया में अपनी नौईयत का पहला सिस्टम बताया। आई आर डी ए ने बताया कि पाँच कंपनियों को आई आर एस मौक़िफ़ दिया जाएगा और उन्हें 31 जुलाई 2014 तक का लाईसेंस फ़राहम किया जाएगा। ये पाँच कंपनियां एन एस डी एल , सी आई आर ईल , एस एच सी आई एल , सी ए एम एस और कारवी हैं।

आई आर डी ए ने बताया कि इंशोरेंस दहिंदगान उन कंपनियों से रुजू हो सकते हैं। आई आर डी अहकाम ने बताया कि इस सिस्टम को रोशनास कराने का मक़सद इंशोरेंस पालिसीयों को इलैक्ट्रॉनिक फ़ार्म सहूलत फ़राहम करना है। आई आर उसकी जानिब से तमाम पालिसी होल्डर्स को एक मुनफ़रिद कोड नंबर जारी किया जाएगा और उन की पालिसीयां इस नंबर के तहत होंगी। इंशोरेंस पालिसी की तमाम तर तफ़सीलात-ओ-दीगर डाटा तफ़सीलात इस तरीका-ए-कार के तहत रहेंगे।

चिदम़्बरम ने इस मौक़े पर ख़िताब करते हुए कहा कि बहुत जल्द नान लाईफ़ इंशोरेंस पालिसियों को डीजिटाइज़ड किया जाएगा।