एक आला सतही बैन-उल-अक़वामी मालीयाती फ़ंड का ओहदेदार कल मिस्र पहूंचेगा और इमकान है कि गुज़िश्ता माह मुंजमिद किए हुए 4 अरब 80 करोड़ अमरीकी डालर मालीयाती मुआहिदा के मौज़ू पर तबादलाख़्याल करेगा। ये मुआहिदा मिस्र में सयासी बेचैनी की वजह से मुंजमिद किया गया है।
डायरेक्टर आई एम एफ़ शोबा मशरिक़ी वुसता-ओ-वस्ती एशिया मसऊद अहमद का दौरा मिस्र, मिस्री ओहदेदारों की दावत पर हो रहा है। गुज़िश्ता हफ़्ता वज़ीरआज़म मिस्र हेशाम क़ंदील ने कहा था कि हुकूमत मिस्र चाहती है
कि क़र्ज़ के बारे में आई एम एफ़ के साथ मुज़ाकरात का अहया किया जाए। ये दरख़ास्त गुज़िश्ता अगस्त की गई थी, लेकिन उस को 11 दिसंबर तक ज़ेरइलतिवा रखा गया था। हुकूमत मिस्र ने कहा कि ये इलतवा मुल्क की सयासी सूरतहाल का नतीजा था।
आई एम एफ़ और मिस्री ओहदेदार माज़ी में मिस्र को 22 माह की मुद्दत के लिए क़र्ज़ देने से इत्तिफ़ाक़ कर चुके थे।