नई दिल्ली 14 फरवरी : ओलम्पिकस 2020-ए-से रेसलिंग को हटाए जाने के इक़दाम को मायूस कुन क़रार देने के बावजूद इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी से मुस्लिमा इंडियन ओलम्पिक एसोसेएशण और रेसलिंग फेडरेशन आफ़ इंडिया ने इस उम्मीद का इज़हार किया कि ओलम्पिकस में रेसलिंग की वापसी होगी।
रेसलिंग फेडरेशन आफ़ इंडिया ने आज कहा है कि वो इस मसला को इंटरनेशनल बॉडी फैला आई ओ सी से रुजू करते हुए एक ख़ुशगवार माहौल में रेसलिंग को दुबारा ओलम्पिकस में शामिल करने के कोशिश करेगी। इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी से मुस्लिमा इंडियन ओलम्पिक एसोसेएशण के कारगुज़ार सदर विजय कुमार मल्होत्रा ने डब्ल्यू एफ आई और फैला केलिए अपने मुकम्मल मदद की पेशकश की है और कहा है कि रेसलिंग की ओलम्पिकस में वापसी केलिए की जाने वाली मुहिम में इन का पूरा साथ रहेगा।
मल्होत्रा ने कहा कि रेसलिंग का ताल्लुक़ हिन्दुस्तानी तहज़ीब से है और ये ओलम्पिकस में बहुत पुरा खेल है। मल्होत्रा ने कहा कि हालिया अर्सा में हिन्दुस्तान और दीगर एशियाई रेसलरों की जानिब से ओलम्पिक में किए जाने वाले बेहतरीन मुज़ाहिरों के बाद रेसलिंग के लिए हौसला अफ़्ज़ा-ए-नताइज हासिल हुए थे
ओलम्पिक से रेसलिंग का हटना हौसलाशिकन और नौजवान एथलीट्स के एतिमाद को ठेस पहुंचाने के समान है। उन्होंने मज़ीद कहा कि उम्मीद है कि इंटरनेशनल ओलम्पिक कमेटी अपने फैसले पर नज़रसानी करते हुए रेसलिंग को दुबारा ओलम्पिकस में शामिल करेगी।