नई दिल्ली, 17 मई: ( पी टी आई) हिंदुस्तान में जारी मशहूर-ओ-मक़बूल इंडियन प्रीमीयर लीग में मैच फिक्सिंग का इन्किशाफ़ ( पर्दाफाश) हुआ है जिस ने क्रिकेट की दुनिया को दहला दिया।
फ़ास्ट गेंदबाज एस श्रीसंत के इलावा राजस्थान रॉयल्स टीम के दीगर दो गेंदबाज स्पाट फिक्सिंग में कुसूरवार पाए गए और दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है। तफ़सीलात के बमूजब ( मुताबिक) गुज़शता रोज़ खेले गए मुक़ाबले के दौरान एक ओवर में सट्टे बाज़ों की जानिब से मुतालिबा किए गए रन फ़राहम करने के इव्ज़ उन्हें 60 लाख रुपये की पेशकश की गई थी ।
सट्टे बाज़ों के मुताल्लिक़ कहा गया है कि इनका अंडरवर्ल्ड से भी ताल्लुक़ है । सनसनीखेज़ तौर पर आज सुबह के इब्तिदाई घंटों में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने मुंबई में फ़ास्ट गेंदबाज एस श्रीसंत और उन के राजस्थान रॉयल्स के साथी खिलाड़ी अजीत चंडेला के हमराह अंकित चौहान को गिरफ़्तार कर लिया है जिन पर रवां आई पी एल के दौरान स्पाट फिक्सिंग के इल्ज़ामात आइद किए गए हैं ।
नीज़ बी सी सी आई ने उन खिलाड़ियों को मुअत्तल कर दिया है । यहां एक पुरहुजूम प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए दिल्ली पुलिस कमिशनर नीरज कुमार ने कहा कि स्पेशल सेल के ओहदेदारों ने खिलाड़ियों और सट्टा बाज़ों के दरमियान सैंकड़ों घंटों की गुफ़्तगु को रिकार्ड किया है और 14 अफ़राद को इस ज़िमन में गिरफ़्तार भी किया गया है ।
उन्होंने कहा कि इस स्कैंडल के बैरूनी ममालिक और पाकिस्तान से भी रवाबित हैं । ताहम अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इबराहीम टोली के किसी रुकन से रवाबित का अब तक कोई ठोस सुबूत नहीं मिला लेकिन इस इम्कान को मुस्तरद नहीं किया जा सकता ।
उन्होंने आज एक पुर हुजूम प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि इस स्कैंडल में मज़ीद गिरफ़्तारीयों का इम्कान है जब उनसे अंडरवर्ल्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम उस शख़्स का नाम जानते हैं लेकिन ये एक फ़र्ज़ी नाम है । इसीलिए सहाफियों के रूबरू इन्किशाफ़ ( ज़ाहिर) नहीं किया जा सकता ।
ये शख़्स दुबई का फ़ोन नंबर इस्तेमाल कर रहा था लेकिन ये भी मुम्किन है कि किसी दूसरे मुक़ाम पर रहते हुए भी दुबई का नंबर इस्तेमाल किया जा सकता है । लेकिन मुंबई पुलिस के ज़राए ने बताया कि ऐसे फ़ोन काल्स जिन में तक़रीबन 2 दर्जन पाकिस्तान से हैं उसकी बुनियाद पर ये कार्रवाई की गई है ।
दिल्ली पुलिस कमिशनर ने बताया कि मुश्तबा अफ़राद पर अप्रैल से ही नज़र रखी जा रही थी और उन सट्टे बाज़ों का ताल्लुक़ दिल्ली गुजरात महाराष्ट्रा पंजाब से है । इसके इलावा बाअज़ खिलाड़ी भी स्पाट फिक्सिंग में मुलव्वस हैं । उन्होंने बाअज़ वीडीयो क्लिप्स का हवाला दिया और साथ ही साथ खिलाड़ियों और सट्टे बाज़ों के माबैन (बीच) मकालमे भी पढ़ कर सुनाए । आज 3 खिलाड़ियों और 11 गिरफ़्तार सट्टे बाज़ों को चीफ़ पेटरोपोलेटिन मजिस्ट्रेट लोकेश कुमार शर्मा के रूबरू पेश किया गया जिन्हों ने 21 मई तक इन तमाम को पुलिस तहवील में दे दिया ।
श्रीसंत ने बेक़सूर होने का दावा करते हुए कहा कि उन्हें इस स्कैंडल में फंसाया गया है । इनका ये कहना था कि पुलिस ने उन के ख़िलाफ़ कोई ठोस सुबूत पेश नहीं किया है । खिलाड़ियों और सट्टे बाज़ों को दिल्ली लाया गया है और उनके ख़िलाफ़ दफ़ा 420 (धोखादही) और दफ़ा 120B ( मुजरिमाना साज़िश) के तहत मुक़द्दमा दर्ज किया गया है ।
इलावा अज़ीं महाराष्ट्रा कंट्रोल आफ़ आरगेनाइज़्ड क्राईम एक्ट के तहत भी मुक़द्दमा भी दर्ज किए जाने का इम्कान है जिस के बाद उन की ज़मानत मिलना भी मुश्किल हो जाएगा ।
इलावा अज़ीं कमिशनर ने सट्टे बाज़ों और राजस्थान रॉयल के गिरफ़्तार शूदा तीन खिलाड़ियों श्रीसंत, स्पिनर अंकीत और अजीत के दरमियान हुई गुफ़्तगु की तफ़सीलात भी फ़राहम की हैं। पुलिस कमिशनर ने ये भी वज़ाहत की कि किस तरह सट्टे बाज़ मख़सूस अल्फ़ाज़ के ज़रीए खिलाड़ियों को हिदायत देते रहे हैं ।
सट्टे बाज़ों की जानिब से ऐसे जुमले इस्तेमाल किए गए जैसा कि तौलिया को अपने ट्रैक में रखें या फ़ील्ड की जमावट के लिए वक़्त लें । पुलिस के आला ओहदेदारों ने मज़कूरा तीन खिलाड़ियों के मुताल्लिक़ कहा है कि 5, 9 और 15 मई को पुने वैरियर्स किंग्स इलैवन पंजाब और मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ मैच फिक्सिंग में मुलव्वस पाया है ।
पुलिस कमिशनर ने कहा कि पहला वाक़िया हमारी नोटिस में उस वक़्त आया जब 5 मई को राजस्थान का मुक़ाबला पुने वैरियर्स के ख़िलाफ़ था और इस मुक़ाबला में चंडीला ने अपने दूसरे ओवर्स में 14 रन दिए लेकिन वो इस दौरान सट्टे बाज़ों को मख़सूस तरीके का इशारा देना भूल गए जिस के बाद खिलाड़ी और सट्टे बाज़ों में शदीद बहस हुई और खिलाड़ी से 20 लाख रुपये वापस करने का मुतालिबा किया गया ।
मुआमला के मुताल्लिक़ खिलाड़ी को 20 लाख रुपये एडवांस में दिए गए थे और 20 लाख रुपये बाद में दिए जाने का वादा किया गया था ।