रांची : आज़मीन हज का चौथा क़ाफला पीर को जेद्दा के लिए रवाना हुआ। इस काफिले में 266 आजमीने हज थे। इसमें रांची के सबसे ज़्यादा 105 थे। पीर को रांची के अलावा दुमका, मगरीबी सिंभूम, गढ़वा, गिरिडीह व गोड्डा के आजमीने हज ने उड़ान भरा। आजमीने हज के लिए कारी जान मोहम्मद रिजवी ने आखरी दुआ कराई। आजमीने हज को विदा करने हज कमेटी के ओहदेदार, खुर्शीद हसन रूमी, नुरुल होदा, शाफ़िक़ अंसारी, मौलाना क़ुतुबुद्दीन रिजवी, कारी आ अयुब, हाजी अयुब अंसारी, सरफराज अहमद, शहाब अंसारी, फिरोज, जाबिउल्लाह, अली अहमद, शहाब जाफरी, परवेज़ अंसारी समेत दीगर मेम्बर आए थे।
आज उड़ेंगे दो जहाज : मंगल को आजमीने हज को लेकर दो जहाज उड़ेगा। पहला जहाज दिन के एक बजे उड़ेगा। इसमें धनबाद के 108, गोड्डा 22, हजारीबाग 123, कोडरमा के 12 होंगे। वहीं दूसरा जहाज शाम को उड़ेगा। इसमें सबसे ज़्यादा रांची के 155, बोकारो के 49, चतरा 23, देवघर 20, दुमका 16 व गढ़वा के 43 आजमीने हज होंगे।
आबे ज़मज़म आया रांची : जेद्दा से खाली जहाज में आबे ज़मज़म को यहाँ भेजा गया है। इसका तक़सीम हाजियों के वापस लौटने के बाद किया जाएगा।