उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान पर वक्फ बोर्ड और सरकारी जमीन पर कब्जा करने के लगे आरोप की जांच का निर्देश दिया गया है। राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है और कहा है कि वो इस मामले में उचित कार्रवाई करें।
कांग्रेसी नेता फैसल खान लाला ने राज्यपाल को पत्र लिखकर आजम खान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने वक्फ बोर्ड और सरकारी जमीनों पर कब्जा कर इमारत बनाया है। इसके अलावा फैसल खान ने आजम खान पर कैबिनेट मंत्री रहते सरकारी पैसों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया है।
इस पहले भी फैसल खान आजम खान पर इस तरह के आरोप लगा चुके हैं। अभी उन्होंने राज्यपाल को इस बाबत पत्र लिखा है। उन्होंने 10 अप्रैल को अपने लिखे पत्र में आजम खान पर कुल 14 आरोप लगाए हैं। इसके बाद 26 अप्रैल को राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई करने को कहा और पत्र की एक प्रति फैसल खान को भी भेजा।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राज्यपाल ने कहा है, “लाला इस मामले का संज्ञान लिए जाने के साथ ही उचित कार्रवाई चाहते हैं। मैं उचित कार्रवाई के लिए पत्र अग्रसारित कर रहा हूं।”
इसके अलावा राज्यपाल ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि ये सच है कि फैसल खान पहले भी शिकायत की है। हर बार मैंने उनकी शिकायत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अग्रसारित की थी। इस बार शिकायत मुझे एक मेमोरंडम के तौर पर दी गई और मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।
खबरों के मुताबिक, फैसल खान ने राज्यपाल नाईक को भेजे दो पेज के मेमोरंडम में आरोप लगाया है कि रामपुर में स्थित वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को आजम खान और उनके विधायक बेटे अब्दुल्लाह आजम खान को सौंप दिया गया है। इसके अवाला उन्होंने आजम खान के देखरेख में चलने वाले मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के अंदर बनाए गए बिजली घर के निर्माण को लेकर भी चुनौती दी है।