आज यू पी ए राबिता कमेटी की मीटिंग

नई दिल्ली, २७ सितंबर (पी टी आई) यू पी ए राबिता (मेल जोल) कमेटी की कल मीटिंग मुनाक़िद (आयोजित) होगी, जिस का पस-ए-मंज़र महाराष्ट्रा में सयासी बोहरान ( संकट) है, जहां रियासत के बरसर-ए-इक़तिदार ( शासित) कांग्रेस एन सी पी मख़लूत (मिश्रित/ मिले जुले) में बढ़ते हुए इख़तिलाफ़ात उभर आए हैं।

ये कमेटी गुज़श्ता माह तशकील दी ( बनायी) गई थी ताकि यू पी ए की यक जुट कारगुज़ारी को यक़ीनी बनाया जा सके जबकि कांग्रेस की हलीफ़ एन सी पी ने बरसर-ए-इक़तिदार ( शासित) इत्तिहाद में इर्तिबात (मेल मिलाप) के फ़ुक़दान ( कमी) का मसला उठाया था। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की जारीया माह यू पी ए से दसतबरदारी ( हट जाने) के बाद सदर कांग्रेस सोनीया गांधी की सरबराही वाली इस कमेटी की ये पहली मीटिंग है।

19 एम पीज के साथ यू पी ए की दूसरी सब से बड़ी शराकतदार टी एम सी ने हुकूमत के मल्टी ब्रांड रीटेल में एफ डी आई, डीज़ल की क़ीमत में इज़ाफ़ा करने और रियायती घरेलू एल पी जी सिलेंडरों पर तहदीद ( सीमा/ Limit) के बारे में फ़ैसलों पर एहतिजाज करते हुए उस की ताईद ( समर्थन) वापस ले ली।

मर्कज़ी वज़ीर ( केंद्रीय मंत्री) और नायब सदर एन सी पी प्रफुल पटेल ने इस वक़्त नफ़ी ( नमंज़ूरी) में जवाब दिया जब ये पूछा गया कि आया पार्टी डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा और एन सी पी लीडर अजीत पवार के इस्तीफ़े का मसला राबिता कमेटी मीटिंग में उठाएगी।

ये मीटिंग ऐसे वक़्त भी हो रही है जब हुकूमत को अपने नए मआशी इस्लाही ( आर्थिक स्थिति में सुधार ) इक़दामात (क्रियानिष्पादन) पर अपोज़ीशन के हमले का सामना है। कल कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सी डब्लू सी) की मीटिंग ने हुकूमत के इक़दामात की तौसीक़ ( पुष्टी) की जबकि सोनीया गांधी ने कहा कि ये इक़दामात मईशत ( माली हालात) को सही राह पर वापस लाने के लिए निहायत ज़रूरी हैं।