हिंदुस्तानी टीम फिर एक मर्तबा अपने बैटस्मेनों पर इन्हिसार(निर्भर) करते हुए आज यहां ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सीरीज़ के सातवें और फ़ैसलाकुन मुक़ाबला में कामयाबी हासिल करने केलिए कोशिश होगी जैसा कि दोनों टीमों के बीच आज सीरीज़ का सातवां और आख़िरी मुक़ाबला होने के इलावा ये सीरीज़ केलिए भी फ़ैसलाकुन मैच है
रांची और कटक में लगातार दो मुक़ाबले बारिश की नज़र होने के बाद हिंदुस्तान ने छठे मुक़ाबले में कामयाबी हासिल करते हुए सीरीज़ को 2-2से बराबर कर दिया। छठे मुक़ाबले में हिंदुस्तानी टीम ने 351 रंस का कामयाब पीछा करते हुए जय पूर के मुक़ाबला की याद ताज़ा की थी जैसा कि जय पूर के मुक़ाबला में हिंदुस्तानी टीम ने वन्डे तारीख़ का दूसरा निशाना 360 रंस का कामयाब पीछा किया था।
आज बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाने वाला फ़ैसलाकुन मुक़ाबला में एक हिमालयाई स्कोर वाला मुक़ाबला की उम्मीद है क्योंकि यहां की विकेट रिवायती तौर पर बैटिंग केलिए साज़गार होती है। रावं सीरीज़ के दौरान दोनों ही टीमों के बौलरों पर इंतिहाई दबाव है क्योंकि सीरीज़ के गुजिश्ता चार मुक़ाबलों में ढाई हज़ार से ज़ाइद रंस स्कोर किए गए हैं।
फ़ैसलाकुन मुक़ाबला में हिंदुस्तानी बैटस्मेनों को किसी तरह राहत मिलेगी क्योंकि उन केलिए सब से बड़ा ख़तरा तसव्वुर किए जाने वाले हरीफ़ बोलर मचल जॉनसन अशीस सीरीज़ की तैयारी केलिए वतन वापिस होरहे हैं। हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी फिर एक मर्तबा उम्मीद कररहे हैं कि उनके नौजवान साथी खिलाड़ी अहम मुक़ाबला में भी कामयाबी के सिलसिला में बरक़रार रखेंगे और 7 मुक़ाबलों की सीरीज़ को अपने नाम करेंगे।
बैटस्मेनों में वीराट कोहली और ओपनर शिखर धवन मेज़बान टीम केलिए ज़ाइद रंस स्कोर करने के इलावा निशाना के तआक़ुब में ग़ैरमामूली मुज़ाहरा किया है जब कि धोनी मिडल आर्डर में एक ताक़तवर बैटस्मेन हैं। ओपनर रोहित शर्मा ने भी एक से ज़ाइद मर्तबा टीम को बेहतर शुरूआत फ़राहम करने में कलीदी रोल अदा किया है।
धोनी ख़ुद भी मोहाली के मुज़ाहिरे को दुहराने के ख़ाहिश होंगे जहां उन्होंने सेंचुरी स्कोर करते हुए टीम को मुश्किल सूरत-ए-हाल से बाहर निकाला था। हिंदुस्तान केलिए सुरेश राना और युवराज सिंह की जद्द-ओ-जहद तशवीश की बाइस है ताहम आज उन केलिए मौक़ा होगा कि वो इबतिदाई नाकामियों का अज़ाला करसकें।
युवराज और राना फ़ास्ट बोलरों ख़ुसूसन मचल जॉनसन के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करते नज़र आए हैं और धोनी के पास ये रास्ता मौजूद है कि वो अमबाटी रायडू को क़तई 11 खिलाड़ियों का हिस्सा बनाए। बौलिंग शोबा में हिंदुस्तानी बोलरों का मुज़ाहरा इंतिहाई मायूसकुन है जब कि ऑस्ट्रेलियाई बैटस्मेनों में ख़ुसूसन कप्तान जॉर्ज बेली केलिए ये सीरीज़ यादगार सीरीज़ साबित होरही है।
अमीत मिश्रा जिन्हों ने नागपुर में पहली मर्तबा सीरीज़ का अपना पहला मुक़ाबला खेला है ताहम उन्होंने 10 ओवर्स में 78 रंस दे कर कोई विकेट हासिल नहीं की। हिंदुस्तानी बौलिंग में भुवनेश्वर कुमार और मुहम्मद समीअ के इलावा जय देव अनडकट और आर विनय कुमार भी काफ़ी महंगे साबित हुए हैं। इस रास्ते को भी इख़तियार करसकते हैं कि जुज़ वक़्ती बोलर युवराज सिंह और सुरेश राना से मुक़ाबले के दरमयानी ओवर्स की ख़िदमात हासिल करली जाये।
ऑस्ट्रेलियाई बैटस्मेनों ने भी सीरीज़ में अपने मुज़ाहिरों से काफ़ी लुत्फ़ उठाया है और उनकी कोशिश होगी कि अहम मुक़ाबला में वो टीम की कामयाबी में कलीदी रौल अदा करे। गुजिश्ता मुक़ाबला में हरीफ़ ऑल राउंडर शेन वाटसन ने फ़ार्म में वापसी का ऐलान किया है। मेहमान टीम को भी बौलिंग शोबा में हिंदुस्तान की तरह कई मसाइल का सामना है।
लिहाज़ा टीम इंतिज़ामिया की ख़ाहिश होगी कि मेहमान बोलर आख़िरी मुक़ाबला में बेहतर मुज़ाहरा करते हुए हरीफ़ टीम को आसानी से रंस बनाने ना दें।