गुजरात के वज़ीरे आला नरेंद्र मोदी को पीएम ओहदे का उम्मीदवार का ऐलान करने में आड़े आ रहे लालकृष्ण आडवाणी बिहार भाजपा के सीधे निशाने पर आ गये हैं। साबिक़ वज़ीरे आला सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि आडवाणी जी मुल्क का मूड समझने में नाकाम रहे। आडवाणी जी ने पीएम उम्मीदवार के तौर पर अटल जी का नाम आगे बढ़ाया था। अब उन्हें नरेंद्र मोदी के लिए भी ऐसा करना चाहिए था।
आडवाणी के हिमायत माने जाने वाले सुशील कुमार मोदी ने यह कड़ी तबसीरह बुध की देर रात फेसबुक पर पोस्ट की। मिस्टर मोदी इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने इसे आगे बढ़ाते हुए फिर पोस्ट किया, सियासत ही एक वहीद ऐसा पेशा है, जिसमें हतमी वक़्त तक लोग तौक़िह करते हैं। वज़ारत के मुर्दा सियासत में भी जान भर देता है।
नयी दिल्ली में बुध को पूरे दिन चले वाकियात के बाद आयी सुशील कुमार मोदी की इस तबसीरह को सियासी तौर पर खासा अहम माना जा रहा है।
मालूम हो कि बिहार भाजपा के तमाम बड़े लीडर नरेंद्र मोदी का नाम पीएम उम्मीदवार के तौर पर ऐलान करने के हक़ में हैं। गुजिशता महीने बोधगया में भाजपा रियासत व्रोकिंग कमेटी की बैठक में बाजाप्ता तजवीज पेश कर नरेंद्र मोदी को पीएम ओहदे का उम्मीदवार का ऐलान करने की मुतालबा की गयी थी।
हालांकि बाद में भाजपा सदर राजनाथ सिंह ने इस पर बिहार भाजपा के कायेदिनों को कड़ी फटकार भी लगायी थी। नरेंद्र मोदी को लेकर ही भाजपा और जदयू का 17 साल पुराना इत्तिहाद टूटा था। उधर, भाजपा के सीनियर लीडर डॉ सीपी ठाकुर ने कहा, मुझे उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी को जल्द ही पीएम ओहदे का उम्मीदवार का ऐलान कर दिया जायेगा।