पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में साेमवार को स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर भारी हंगामा हुआ। सदन में पुलवामा में आतंकी हमले पर सिद्धू के बयान पर विपक्ष ने उनको घेरा। सदन में सिद्धू और शिअद के विक्रम मजीठिया में तू तू- मैं मैं हो गई।
शिअद के विधायक काली पट्टी बांध कर सदन में आए और सिद्धू के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की। दूसरी ओर, सिद्धू अपने बयान पर कायम रहने के साथ पूरे मामले को 1999 के कंधार विमान अपहरण कांड से जोड़ने की कोशिश की।
हंगामे के कारण विधानसभा में वित्तमंत्री अपना बजअ भाषण रोकना पडा व सदन कर कार्यवाही एक बार स्थगित करनी पड़ी। आज विधानसभा की कार्यवाही शुरू ही शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान को क्लीनचिट देने के बयान का मुद्दा उठाया।
शिअद विधायकों ने सिद्धू के बयान की कड़ी निंदा की और उनकाे कैबिनेट से हटाने की मांग की। शिअद के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने सदन में सिद्धू के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की कोश्ािश की। उन्होंने सिद्धू पर निशाना साधा।
प्रश्नकाल में नवजोत सिंह सिद्धू सदन में गुरकीरत कोटली के सवाल के जवाब दे रहे थे तभी शिअद के विधायकाें ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। शिअद विधायकों ने सिद्धू पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया।
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, मजीठिया ने सिद्धू पर जमकर हमला किया। सिद्धू ने भी मजीठिया को जवाब दिया और दाेनों नेताओं में तीखी नोंकझाेक हो गई। नौबत यहां तक आ गई कि सिद्धू ने बाहें चढ़ा ली।
मनप्रीत सिंह बादल जब बजट पेश कर रहे थे तो उस समय भी हंगामा हो गया। शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया व अन्य विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सदन में सिद्धू और मजीठिया के बीच फिर तीखी बहस छिड़ गई। इस कारण वित्तमंत्री को अपना बजट भाषण रोकना पड़ा।
इसके बाद सदन में कई विधायक गाली गलौज पर उतर आए। शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के विधायक सदन में वित्तमंत्री के सामने नारेबाजी करने लगे। शिरोमणि अकाली दल के सदस्य जीरो आवर की मांग कर रहे थे।
हंगामा इतना बढ़ गया कि स्पीकर ने बीजेपी और अकाली दल के सदस्योंं को नेम कर दिया और मार्शलों को इन सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया।
इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही रुकने पर कांग्रेस के सुखजिंदर रंधावा में कहा कि हमारी सरकार कमजोर है जो जो उस चोर को हाथ नहीं डालते। रंधावा दरअसल मजीठिया पर गुस्सा थे।
सिद्धू अकाली दल के जाने के बाद बाहर जाना चाहते थे तो अन्य विधायकों ने हाथ पकड़ कर उनको रोका। हंगामे के दौरान सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सदन में मौजूद थे। पंजाब विधान सभा के इतिहास में पहली बार बजट भाषण के दौरान कार्यवाही स्थगित हुई है।
बाद में सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने नवजाेत सिंह सिद्धू की जमकर आलोचना की। उन्होंने सिद्धू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।