‘आनंदी’ की मौत की खबर फैमिली वालों को लगा अप्रैल फूल

जमशेदपुर : प्रत्यूषा के फैमिली को उसके फांसी लगाने की मिली तो उन्हें लगा कोई अप्रैल फूल बना रहा है। उस वक्त इलाके में बिजली नहीं थी। इसलिए ये लोग टीवी भी नहीं देख पा रहे थे। कुछ देर तक सभी अफवाह मानते रहे, फिर उनके पड़ोसी जिनके घर जनरेटर से टीवी चल रहा था, ‘आनंदी’ की मौत की खबर लेकर आए। ‘बातचीत से नहीं लगा प्रत्यूषा तनाव में थी’.

गुरुवार की रात दादी से हुई थी बात
‘आनंदी’ का तनाजे से रहा नाता, पहले भी कर चुकी थीं सुसाइड की कोशिश17 की उम्र में बालिका वधू की ‘आनंदी’ पहुंची थीं मुंबई. प्रत्यूषा का बचपन पंचवटीनगर में ही बीता था। प्रत्यूषा की मौत की खबर मिलने पर थोड़ी ही देर में उनकी दो बुआ पामिला और केया बनर्जी भी आ गई। घर में लोग रोने बिलखने लगे। प्रत्यूषा की दादी झरना बनर्जी ने बताया कि जुमेरात की ही रात 11.30 बजे पोती प्रत्यूषा से मेरी बात हुई थी। वह काफी खुश थी, पूरे आधा घंटा मुझसे उसने बातें की। उसकी बातचीत से कही से नहीं लगा कि वह किसी तरह के तनाव में थी। प्रत्यूषा के सोनारी पंचवटी नगर वाके आवास में दादी का रो-रो कर बुरा हाल है। घर में प्रत्यूषा के खुदकुशी की खबर मिलते ही मातम पसर गया है।

प्रत्यूषा, टीवी सीरियल बालिका वधु (आनंदी) बन सुर्खियों में आईं थीं। प्रत्यूषा का जन्म 10 अगस्त, 1991 को जमशेदपुर में हुआ था। उनकी मां सोमा बनर्जी और वालिद शंकर बनर्जी हैं। प्रत्यूषा ने जमशेदपुर के केपीएस कदमा से पढ़ाई की थी। प्रत्यूषा ने साल 2010 में कलर्स चैनल के हिट शो बालिका बधु में एंट्री ली थी। उन्हें अविका गौड़ की जगह दिया गया था। बावजूद शो में आते ही उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी।