आमद ए रसूल (स०अ०व्०) के साथ ही बातिल का सफ़ाया और हक़ का क़ियाम

मौलाना मुहम्मद ग़ौस उद्दीन महमूद फ़ारूक़ी तुराबी ख़ादिम अहले हदीस हैदराबाद ने कहा कि आक़ाए कायनात की तशरीफ़ आवरी की ख़ुशी कायनात की तमाम ख़ुशीयों से अफ़ज़ल-ओ-आली है ।

बल्कि कायनात की तमाम ख़ुशीयां आप स०अ०व० के आमद की ख़ुशीयों का सदक़ा हैं । मौसूफ़ फ़िरोज़ फंक्शन हाल बीदर में जनाब मुहम्मद अबदुल अली न्यूज़ एडीटर रोज़नामा हैदराबाद कर्नाटक बीदर की ज़ेर-ए-सदारत मुनाक़िदा जलसा क़सीदा बुर्दा शरीफ़-ओ-जलसा जश्न मीलाद उन्नबी(स०अ०व०.) को मुख़ातिब कर रहे थे।

हुज़ूर की वालदा माजिदा हज़रत आमिना फ़रमाती हैं कि हुज़ूर स०अ०व० की विलादत के वक़्त ऐसा नूर ज़ाहिर हुआ जिसने तमाम आलम मशरिक़-ओ-मग़रिब को मुनव्वर कर दिया । आप स०अ०व० की तशरीफ़ आवरी से बातिल का सफ़ाया हो गया और हक़ क़ायम हुआ ।

अल्लाह ने नबी करीम स०अ‍०व० को मुकम्मल हिदायतों के साथ रहमतुल आलमीन बनाकर दुनिया में भेजा । मौलाना ग़ौस महमूद फ़ारूक़ी ने आमतुल मुस्लिमीन को तल्क़ीन की कि वो दीगर इबादतों के साथ साथ नमाज़ और रसूल अकरम स०अ०व्० की मुहब्बत और तालीमात को अपने दिलों में पैवस्त कर ले ।

इब्तेदन इब्ने अहमद बाज़ीर की क़िरात कलाम पाक से जलसा का आग़ाज़ हुआ ।मसरस सैयद अबदुल क़यूम तुराबी, मुहम्मद मज़हर अली ख़ान अबवालालाई और मुहम्मद सद्दाम तुराबी नाअत-ओ-क़सीदा बुरदा शरीफ़ सुनाने की सआदत हासिल की ।

जनाब शाह मुहम्मद ज़ैन‍ उददीन कंच नशीन सानी सज्जादा नशीन-ओ-मुतवल्ली ने जलसा की निगरानी की । मेसर्स मुहम्मद अबदुल अज़ीज़ चंदा नक़्शबंदी , शाह अमजद मुही उद्दीन कादरी अल मुल्तानी शाह मतीन कादरी अल मुल्तानी , मुहम्मद रईफ़ उद्दीन नूरी , मुहम्मद अमजद अली गत्तादार , मुहम्मद अमीन उद्दीन नवाज़-ओ-मुहम्मद अबदुस्समद सहाफ़ी और अब्बास अली वग़ैरा ने मेहमान ख़ुसूसी की हैसियत से शिरकत की।

जनाब मुहम्मद मज़हर अनवर क़ाइद बी एस पी ने भी मुख़ातिब किया । मेहमानों का इस्तेक़बाल करते हुए गुलपोशी की और शुक्रिया अदा किया ।