मुरादाबाद: गुरुवार की देर रात मंडी चौक पर काले शाल से पूरा चेहरा ढंककर एक व्यक्ति को गजक खरीदते देखकर अचानक भीड़ लग गई. जाकर देखा तो वहां आम लोगों के भीड़ में जिलाधिकारी मुरादाबाद जुहैर बिन सगीर खड़े थे. वहीँ भीड़ की सुचना पाकर वहां पत्रकार भी पहुँच गए. पता चला कि रात 9 बजे डीएम गली मोहल्लों के चाय होटल तथा गजक स्टाल पर रूककर आम लोगों से बातचीत के दौरान आम लोगों की समस्या जानने का प्रयास कर रहे थे. इसी बीच उन्हें एक सर्राफ ने पहचान लिया जिससे उनकी पहचान सार्वजनिक हो गया.
एबीपी न्यूज़ के अनुसार, डीएम जुहैर बिन सगीर थाना गलशहीद के पास जिगर पार्क सामने पहुंचे थे जहां रातभर रिक्शा चालक ठण्ड में आकर चाय पिटे हैं. वहां वे रात 9 बजे से 09:40 तक बैठकर लोगों से बात करते रहे. बाद में वहां से पक्का बाग़ होते हुए, सीधी सराय, उसके बाद आलम बिरयानी वाले के पास सराय पुख्ता, कला प्यादा मोड़ पर चाय के होटल पर एक बार फिर चाय पी कर संभली गेट से पीर गैब, लंबी गली, डाक्टर शमीम चौराहा पण दरीबा होते हुए रात 10:45 पर मंडी चौक चौराहा पहुंचे. फिर वहां अलग अलग दुकानों से गजक लेकर उनसे बातों ही बातों में शहर की समस्या जानी, लेकिन कहीं से भी किसी को ये अंदाजा नहीं लगा कि ये डीएम हैं.
इसके बाद डीएम मुरादाबाद ने पत्रकारों को बताया कि शहर की समस्याओं तथा चुनाव के माहौल को लेकर काफी बातचीत हुई. लोगों ने अपनी समस्या भी बताई. उधर डीएम के जाने के बाद लोगों से बात किया गया तो, कई लोग इस बात को जानकर हैरान रह गये कि जो व्यक्ति अभी बैठकर शीशे के गिलास में चाय पी रहा था वो शहर का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी था.
आपको बता दें कि डीएम अपने एक दोस्त के साथ बाइक पर अपनी कोठी से शाल ओढ़कर निकले. उनके स्टाफ तक को ये जानकारी नहीं थी कि डीएम साहब बाइक पर बैठकर कोठी से बाहर निकल गये हैं.