आम चुनाव के पेश नज़र अक़लीयतों को लुभाने की कोशिश

हैदराबाद 05 मार्च: रियासती हुकूमत ने मालीयाती साल 2013-14 के बजट में अकलेती बहबूद के लिए एक हज़ार करोड़ मुख़तस करते हुए आइन्दा आम चुनाव में अक़लीयतों की ताईद हासिल करने की कोशिशों का आग़ाज़ करदिया है लेकिन हैरत तो इस बात पर है कि मालीयाती साल 2012-13 में अकलेती बहबूद के लिए मुख़तस करदा बजट 489 करोड़ भी मुकम्मल तौर पर ताहाल जारी नहीं किया गया हालाँके मालीयाती साल के इखतेताम के लिए सिर्फ़ 3 हफ़्ते बाक़ी रह गए हैं।

जारीया माह मार्च के इख़तेताम के साथ ही मालीयाती साल ख़त्म होजाएगा और अगर माबक़ी बजट जारी नहीं किया गया तो इकलेती बजट ज़ाए होजाएगा । अकलेती बहबूद के ज़राए ने बताया कि 2012-13के बजट का चौथा सह माही अभी तक जारी नहीं किया गया है इस के लिए महिकमा फाइनेंस के ओहदेदारों का कहना है कि अकलेती बहबूद के इदारों ने अपने ख़र्च से मुताल्लिक़ तफ़सीलात दाख़िल नहीं की हैं जबके अकलेती इदारों की शिकायत है कि महिकमा फाइनेंस तमाम तफ़सीलात दाख़िल करने के बावजूद बजट की इजराई में ताख़ीर कररहा है । इस मरहले पर रियासती वज़ीर अकलेती बहबूद सयद मुहम्मद अहमद उललाह को मुदाख़िलत करनी पड़ी और उन्हों ने तमाम अकलेती इदारों से उन्हें अभी तक हासिल होने वाले बजट की तफ़सीलात हासिल करते हुए महिकमा फाइनेंस को रवाना किया है ।

बताया जाता है कि चौथे सहि माही के तहत तकरीबन 122 करोड़ रुपये की इजराई अभी बाक़ी है । ये रक़म अकलेती तलबा के स्कालरशिप और फीस बाज़ अदायगी के लिए जारी की जाने वाली रक़म के अलावा है । बताया जाता है कि महिकमा समाजी बहबूद को अकलेती तलबा के पोस्ट मेट्रिक और परी मेट्रिक स्कालरशिप के लिए 43.13 करोड़ और फीस बाज़ अदायगी के लिए 138.50 करोड़ की इजराई अभी बाक़ी है ।

इस तरह 181.63 करोड़ रुपये महिकमा फाइनेंस महिकमा समाजी बहबूद को जारी करेगा जहां से अकलेती तलबा को ये रक़ूमात जारी की जाएंगी । ज़राए ने बताया कि अकलेती फाइनेंस कारपोरेशन को दीगर सकिमात पर अमल आवरी के लिए अभी 50 करोड़ की इजराई बाक़ी है ।

अकलेती तलबा के हॉस्टलस की तामीर के सिलसिले में 5.5 करोड़ , बैंक्स से मरबूत सकिमात के लिए 5.31 करोड़ , दफ़्तरी ज़रूरियात और तनख़्वाहों के लिए 75 लाख , रोज़गार पर मबनी सकिमात के लिए 7.50 लाख , हॉस्टल की इमारत की तामीर के लिए 35 करोड़ की इजराई अभी बाक़ी हैं ।

क़ौमी अकलेती फाइनेंस कारपोरेशन से 3.75 करोड़ इजतिमाई शादियों की स्कीम के लिए 25 लाख रुपये की इजराई अभी बाक़ी है । रियासती हज कमेटी के लिए हुकूमत ने चौथे सह माही का बजट पहले ही जारी करदिया ताहम ज़ाइद बजट के तौर पर 10 लाख रुपये की इजराई की दरख़ास्त की थी हुकूमत ने ये रक़म मंज़ूर तो की लेकिन ताहाल जारी नहीं की गई ।

वक़्फ़ सर्वे कमिशनर के लिए 12.50 लाख की इजराई अभी बाक़ी है । वक़्फ़ बोर्ड के तहत बेवावें को वज़ाइफ़ की इजराई के लिए 12.50 लाख की इजराई अभी अमल में नहीं आई है । ज़राए ने बताया कि वज़ीर अकलेती बहबूद ने अकलेती इदारों से उन के बजट की ज़रूरत और पिछ्ले तीन स‌ह माही के दौरान ख़र्च की तफ़सीलात हासिल करते हुए उन्हें महिकमा फाइनेंस रवाना किया है ।

तवक़्क़ो है कि 20 मार्च से पहले महिकमा फाइनेंस आख़िरी सह माही का बजट जारी करदेगा । वज़ीर अकलेती बहबूद ने तमाम अकलेती इदारों को हिदायत दी है कि वो अपनी सकिमात और ख़र्च की तजावीज़ के साथ तयार रहीं ताके बजट की इजराई के साथ ही रक़ूमात ख़र्च किए जाएं, इस से आइन्दा बजट को मव‌सर अंदाज़ में ख़र्च करने में मदद मिलेगी ।

हुकूमत की तरफ से 489 करोड़ पर मुश्तमिल अकलेती बहबूद के मुकम्मल बजट की इजराई में इस क़दर तसाहुल को देखते हुए अंदाज़ा किया जा सकता है कि आइन्दा साल एक हज़ार करोड़ रुपये में मुकम्मल रक़म किस तरह और कब तक जारी की जाएगी ।