पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. विचारधारा के तौर पर कांग्रेस के विपरीत संगठन के कार्यक्रम में जाने को लेकर बवाल भी हो रहा है. नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में होने वाले शिक्षा दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रणब मुखर्जी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच साझा करेंगे और आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित भी करेंगे.
प्रणब मुखर्जी के फैसले की हो रही है आलोचना
प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में जाने को लेकर राजनीतिक बवाल भी हो रहा है. कांग्रेस से जुड़े लोग प्रणब मुखर्जी के इस फैसले की कड़ी आलोचना भी कर रहे हैं. कई नेताओं का ऐसा मानना है कि इससे आरएसएस की विचारधारा को मजबूती मिल सकती है जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ ही लड़ती है.
अहमद पटेल बोले- प्रणब दा से ये उम्मीद नहीं थी
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी का एक ट्वीट रिट्वीट करते हुए लिखा है, ”मैंने प्रणब दा से ये उम्मीद नहीं की थी.” बता दें कि अहमद पटेल ने शर्मिष्ठा का जो ट्वीट रिट्वीट किया है, उसमें उन्होंने अपने पिता को नसीहत देते हुए लिखा है, ”प्रणब मुखर्जी नागपुर जाकर आप बीजेपी और आरएसएस को झूठी खबरें प्लांट करने, अफवाहें फैलने की खुली छूट दे रहे हैं. आपके जाने से यह अफवाहें सच भी लग रही हैं. और अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है.”
प्रणब ने ऐसे दिया आलोचना का जवाब
आरएसएस का आमंत्रण स्वीकार करने की वजह से हो रही आलोचना पर प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि आलोचक जो भी कहें, वह उसकी परवाह किए बिना प्रोग्राम में शामिल होंगे और उन्हें जो भी कहना होगा नागपुर में कहेंगे. कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं जयराम रमेश, रमेश चेन्नीथला और सी के जाफर शरीफ ने चिट्ठी लिखकर मुखर्जी से आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला बदलने की अपील की थी.
प्रणब दा के भाषण पर टिकीं सबकी नजरें
ये देखना दिलचस्प होगा कि आज शाम प्रणब मुखर्जी आरएसएस के कार्यक्रम में क्या बोलते हैं. कल नागपुर एयरपोर्ट पर आरएसएस ने प्रणब मुखर्जी का स्वागत भी किया और रात में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और प्रणब मुखर्जी ने राजभवन में साथ में रात का खाना खाया.