माईक्रो फ़ाइनेन्स इंडस्ट्रीज़ नेटवर्क (MFIN) ने नन बैंकिंग फ़ाइनेन्शियल कंपनियों और माईक्रो फ़ाइनेन्स इंस्टीट्यूशन्स के लिए सेल्फ रैगूलेट्री स्ट्रकचर से मुताल्लिक़ आर बी आई के इक़दाम का आज ख़ैर मक़दम किया और कहा कि ये इक़दाम हिंदुस्तान में माईक्रो फ़ाइनेन्स शोबा में एक बड़ा संग मेल है।
नेटवर्क के सी ई ओ अशोक प्रसाद के मुताबिक़ रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की जानिब से जारी किए गए रहनुमायाना ख़ुतूत से एक रैगूलेट्री फ्रेमवर्क पैदा होगा जिस से रैगूलेट्री ड्राईवर्स और सनअत की तरक़्क़ियाती जरूरतों के दरमियान एक अच्छा तवाज़ुन पैदा होगा।