पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में अपने बेटे को खोने वाले इमाम ने लोगों से इसे मुद्दा नहीं बनाने और इलाके में अमन कायम करने की गुजारिश की है।
नूरानी मस्जिद के इमाम इमदात उल्लाह राशिद ने कहा कि मैंने अपने बेटे को खोया है. इसे मुद्दा न बनाएं। अगर आप मुझसे प्यार करते हैं तो अमन बहाल करें। इमाम का सबसे छोटा बेटा हाफिज सबकत उल्लाह बुधवार को आसनसोल जिला अस्पताल में मृत मिला था। उसके सर और गले पर चोट के निशान थे।
I salute u ImamSaab& I hope one day I wil b able 2 visit u without being judged or being accused of playing #VoteBankPolitics•There is no way anyone of us can ever relate 2 the pain u r going thru but I can surely feel rejuvenated& inspired by the mind power u hv showered•Salam
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) March 30, 2018
इमाम ने कहा कि मैंने पुलिस में कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है। सोशल मीडिया पर इमाम की जमकर तारीफ हो रही है। हर कोई उनके इस कदम की तारीफ कर रहा है। इस कड़ी में आसनसोल से सांसद से बाबुल सुप्रीयो ने भी उनकी तारीफ की है। उन्होंने इमाम को सलाम करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैंने बिना वोट बैंक की राजनीति के आरोप लगे मैं एक दिन आपके पास आउंगा।
मैं आपको सलाम करता हूं। पश्चिम बंगाल के आसनसोल और पश्चिम वर्द्धमान जिले के रानीगंज इलाके में रविवार और सोमवार को राम नवमी जुलूस के दौरान दो समूहों में हिंसक संघर्ष हो गया था।