आसाम में इज़तिराब ( जल्द) आमेज़ ( मिलने वाले) सुकून , कर्फ्यू में नरमी

गड़बड़ ज़दा ज़ीरीं आसाम के इलाक़ों में जहां 56 अफ़राद ( लोगो) ने अपनी जानें गंवाएं, वहां की सूरत-ए-हाल में बेहतरी को देखते हुए कोकराझार में आज कर्फ्यू में मज़ीद ( और) दो घंटों की नरमी दी गई जबकि अज़ला (जिला) चीरिंग और ढबरी में रात का कर्फ्यू बदस्तूर (लगातार) जारी है।

सरकारी ज़राए ने कहा कि कहीं भी तशद्दुद ( हिंसा ) का कोई ताज़ा वाक़िया पेश नहीं आया और कोकराझार में कर्फ्यू रात 8.00 बजे और सुबह 6.00 बजे के दरमियान लागू रहेगा। मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला ( केंद्रीय गृह मंत्री) पी चिदम़्बरम को जिन्होंने ढबरी में बोडो तारिक वतन लोगों की झड़पों के शिकार होने वालों के लिए क़ायम करदा तीन कैंपों का दौरा किया, उन्हें एक जगह पनाह गज़ीनों (शर्णार्थियों) की तरफ़ से नारा बाज़ी का सामना हुआ जो उन के हमराह आने वाले आसाम के वज़ीर जंगलात ( Forest Minister) आर हुसैन के दौरा पर एतराज़ कर रहे थे।

चिदम़्बरम ने पनाह गज़ीनों ( शर्णार्थियों) को दिलासा दिया, जिन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि हुसैन ने उन की बार बार अपीलों की बावजूद मदद नहीं की जबकि उन पर गुज़श्ता हफ़्ता पड़ोसी कोकराझार में बोडो लोगों ने हमला कर दिया था। उन्होंने पनाह गज़ीनों ( शर्णार्थियों) को यक़ीन भी दिलाया कि इन की शिकायात का जायज़ा लिया जाएगा।

हुकूमत आसाम ने कहा कि मुतास्सिरा ( प्रभावित) इलाक़ों के देहातों में पुलिस पिक़्ट्स तैनात किए जाएंगे और मुनासिब सिक्योरिटी फ़ोर्सेस (सुरक्षा कर्मी) पहले ही मुतय्यन कर दिए गए हैं। आसाम के वज़ीर सेहत और तालीम ने भी कोकराझार का दौरा किया और यक़ीन दिलाया कि रीलीफ़ कैंपस में रहने वालों के लिए माक़ूल तिब्बी सहूलयात को यक़ीनी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि निसाबी कुतुब ( किताबें) और दीगर तालीमी अशिया स्टूडेंट्स को फ़राहम की जाएगी। दरी असना ( फिर भी) नक़ल मुक़ाम करने वाले लोगों की निगहदाश्त सेहत के ताल्लुक़ से तशवीश पैदा हुई है क्योंकि ढबरी के रीलीफ़ कैंपस में तीन अश्ख़ास की मौत हो गई है।