नाबालिग से इस्मतरेज़ि के मामले में कानून के हत्थे चढ़े आसाराम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राजस्थान के बाद अब गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी ने भी आसाराम की गैरकानूनी रुझान पर लगाम कसने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को हुक्म दे दिए हैं। सूरत कलेक्टर ने जमीन पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा करने के बदले 18 करोड़ 27 लाख रुपये के जुर्माने का नोटिस आश्रम को थमा दिया है।
यूपी के शाहजहांपुर की नाबालिग लड़की का राजस्थान के जोधपुर में इस्मतरेज़ि के इल्ज़ाम में जोधपुर की मुकामी अदालत ने आसाराम को 15 सितंबर तक अदालती हिरासत में भेज दिया है। कुछ दिनो पहले सूरत आश्रम पर नदी किनारे की गैर कानूनी ज़मीन पर कब्जा करने का इल्ज़ाम लगा था। हुकूमत का हुक्म मिलते ही सूरत कलेक्टर जयप्रकाश शिवहरे ने आसाराम आश्रम को 18 करोड़ 27 लाख रुपये जुर्माने का नोटिस पकड़ा दिया है। गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, नवसारी, बनासकांठा इलाकों में आसाराम बापू आश्रम के नाम पर नदी किनारे की थोड़ी सी जमीन खरीदकर बाद में नदी किनारे की सारी जमीन कब्जाने का एक फार्मूला बना लिया था।
कुछ दिनो पहले बनासकांठा में अरावली पर्वतमाला के एक छोटे पर्वत को ही आसाराम के बेटे नारायण सांई ने कब्जाने की कोशिश किया था। मुकामी लोगों के मुखालिफत के बावजूद पुलिस नारायण सांई का बचाव करती रही। बाद में अदालत की मुदाखिलत से यह कब्जा हटाना पड़ा था। गुजरात हुकूमत की सख्ती को देखते हुए आसाराम के लिए मुश्किलें थमती नहीं दिख रहीं। जुलाई 2008 में आसाराम आश्रम में दो बच्चों की मुश्तबा मौत के मामले में भी आसाराम के खिलाफ एफआइआर दर्ज है, जिसकी जांच रिपोर्ट अब हुकूमत के पास है।
सामने आया मोदी-आसाराम का वीडियो पीर के दिन गुजरात में वज़ीर ए आला नरेंद्र और आसाराम का एक वीडियो चर्चा में रहा। मोदी ने गुजरात की कुर्सी संभालने के तीन-चार साल बाद ही सिद्धपुर में सरस्वती नदी को बहाल करने का प्रोग्राम रखा था। इसमें सैकड़ों साधु-संतों के साथ आसाराम भी शामिल हुए थे। आसाराम के साथ कांग्रेस लीडर दिग्विजय की आशीर्वाद लेते फोटो मीडिया में आने के एक दिन बाद मोदी के साथ आसाराम का वीडियो भी मीडिया में तकसीम हुआ।
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