लखनऊ: बुलंदशहर में हुई बलात्कार की घटना के बाद सत्ता धारी समाजवादी पार्टी के क़ाबीना मंत्री आज़म खान पर बीजेपी प्रवक्ता आई पी सिंह के द्वारा किये गए एक ट्वीट ने हंगामा खड़ा कर दिया है. इस ट्वीट में सिंह ने कहा था कि अगर गैंग रेप आज़म की बीवी और बेटी से हो जाएगा तो आज़म की आँख खुलेगी. इस बयान पर आज़म खान ने कुछ नहीं कहा लेकिन समाजवादी पार्टी अपने क़द्दावर नेता के साथ खड़ी हो गयी और बीजेपी से इस बारे में माफ़ी मांगने को कहा वहीँ समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे पर हो रही राजनीति को लेकर बहुजन समाज पार्टी पर भी निशाना साधा.
नीचे समाजवादी पार्टी की फेसबुक वाल पर जारी प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का बयान साझा किया जा रहा है
[समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि अर्थ का अनर्थ करने में भाजपा-आर0एस0एस0 का कोई जवाब नही। उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव नजदीक आते इन्होेंने सचमुच इसे ‘साजिश वर्ष’ बनाना शुरु कर दिया है। मो0 आजम खाँ समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कबीना मंत्री हैं जिनका धर्मनिरपेक्ष चरित्र सर्वविदित है। धर्मनिरपेक्षता में उनका अटल विश्वास उनके विरोधियों को खलता है। इसलिए वे हमेशा सांप्रदायिक ताकतों के निशाने पर रहते हैं। इन ताकतों का काम धर्म के आधार पर समाज को बाँटने और सामाजिक सौहार्द को चोट पहुँचाने का होता है। श्री आजम खाॅ ने चैधरी चरण सिंह और श्री मुलायम सिंह यादव के साथ गांधी जी और डा0 लोहिया के रास्ते पर चलते हुए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की धर्मनिरपेक्ष राजनीति को ताकत दी हैं।
बुलन्दशहर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने त्वरित कार्यवाही कर अपराधियों को गिरफ्तार कराया और कत्र्तव्य पालन में ढिलाई करने वाले पुलिस अफसरों को दंडित किया। इसकी सराहना स्वयं महामहिम राज्यपाल श्री राम नाईक ने की। लेकिन भाजपा आर0एस0एस0 के लोग इस घटना को भी राजनीतिक रंग देने से बाज नही आ रहे हैं। श्री आजम खाँ के बयान को प्रसंग से हटकर पेश करते हुए सांप्रदायिक ताकतें पीड़ित परिवार की भावनाओं से भी खिलवाड़ कर रही है।
भाजपा के नेताओं ने आजम साहब के परिवार के बारे में आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करके साबित कर दिया है कि उनका नैतिक स्तर क्या है ? आजम साहब पर हमला यों ही नही हुआ है, इसके पीछे एक सोची समझी साजिश है। सांप्रदायिक लोग उत्तर प्रदेश में सद्भाव बिगाड़ने में सफल नही हो सके तो उन लोगो ने दिल्ली से लेकर लखनऊ तक आजम साहब पर बेहूदा टिप्पणियाँ करनी शुरु कर दी है। भाजपा जैसे सांप्रदायिक दल से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है ? उत्तर प्रदेश गंगा-यमुनी सभ्यता का राज्य है। भाजपा ने अपने अनैतिक आचरण से इसे लांछित करने का काम किया है। लगता है भाजपा का संस्कारों से दूर-दूर तक कोई वास्ता नही है।
भाजपा की लाइन पर ही बसपा अध्यक्ष भी चल रही है। उनकी एक ही रट है कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपतिराज हो। उनको अपना कार्यकाल याद करना चाहिए जब थानो में बलात्कार होते थे, जेल में हत्यांए होती थी और हर काम में मोटे कमीशन की वसूली होती थी। जनता त्रस्त रहती थी।
भाजपा की सांस्कृृृतिक, संवेदनाशून्य राजनीति अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृृत्व में उत्तम प्रदेश बनाने के लिए विकास और सद्भाव को बढ़ावा दिया जा रहा है। चुनावी वादे अधिकांशतः पूरे किये जा चुके हैं। राज्य के विकास में रोड़ा अटकाने और इसे गुजरात बनाने की साजिशों से जनता सतर्क है। वह सांप्रदायिकता और जातिवाद की घातक राजनीति से उत्तर प्रदेश को बर्बाद नहीं होने देगी।
(राजेन्द्र चौधरी)
प्रदेश प्रवक्ता ]