रियासत तेलंगाना में इंटरमीडीएट इमतेहानात का आग़ाज़ होचुका है। रियासत के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर क़ायम करदा 1251 मराकिज़ इमतेहानात में जुमला 9.73 लाख तलबा-ओ- तालिबात इमतेहानात लिख रहे हैं।
जिन में 466448 तलबा का ताल्लुक़ इंटरमीडीएट साल अव्वल और 506789 का ताल्लुक़ इंटरमीडीएट साल दोम से है। इन इमतेहानात के पहले दिन कई तलबा इमतेहान में शरीक होने से क़ासिर होजाते अगर सियासत हेल्पलाइन उन की बरवक़्त मदद नहीं करता।
सियासत हेल्पलाइन के सय्यद असद के मुताबिक़ हुकूमत की ग़फ़लत-ओ-लापरवाही के नतीजे में अक़लियती तलबा के लिए पोस्ट मेट्रिक स्कालरशिपस बराए साल 2014 का अभी तक एलान नहीं किया गया नतीजे में कई कॉलेजस के इंतेज़ामीया ने इंटरमीडीएट तलबा को हाल टिक्टस देने से इनकार कर दिया था जिस से उन का कहना था के फ़ीस की अदायगी तक हाल टिक्टस जारी नहीं किए जाऐंगे। सियासत हेल्पलाइन ने फ़ौरी मुताल्लिक़ा कॉलेजस से रब्त पैदा करते हुए वाज़िह किया कि फ़ीस की अदमे अदाइगी के लिए तलबा या ओलयाए तलबा ज़िम्मेदार नहीं बल्कि हुकूमत ज़िम्मेदार है।
इस तरह कॉलेजस के इंतेज़ामीया ने तलबा के लिए हाल टिक्टस की इजराई अमल में लाई। एक एसे वक़्त जब के इंटरमीडीएट इमतेहानात शुरू होचुके हैं और एस एससी के इमतेहानात का भी आग़ाज़ होने वाला है इस के बाउजुद स्कालरशिपस की तारीख़ के अदम एलान से तलबा-ए-और ओलयाए तलबा के साथ साथ कॉलेजस के इंतेज़ामीया में बेचैनी पाई जाती है।