पटना 17 मई : एक बार फिर छोटे शहरों, कसबों और गांवों की मय्बाओ ने साइंस जैसे सब्जेक्ट में भी कामयाबी के झंडे गाड़े। बिहार स्कूल इम्तेहान कमेटी की तरफ से जुमेरात को जारी इंटर साइंस के रिजल्ट ने साबित किया है कि जिसमें मेहनत और लगन हो, तो उसे कामयाबी जरुर मिलती है, चाहे वह बड़े शहरों के बजाय छोटे शहरों और गांवों में ही क्यों न रहता हो।
टॉपर के अलावा इस बार टॉप 10 में दारुल हुकूमत का कोई भी तालिब इल्म शामिल नहीं है। मुजफ्फरपुर से सिर्फ एक तालिब इल्म ने इसमें जगह पायी है। बाकी तालिब इल्म या तो छोटे शहरों के हैं या कसबों के हैं। सात सब डिविजन में तालेबा का कामयाबी फिसद तालिब इल्म से ज्यादा है। सबसे ज्यादा तिरहुत सब डिविजन में 95.72 फिसद तालेबा कामयाब रही हैं।
गुजिस्ता दो साल के मुकाबले मौजूदा साल रिजल्ट में थोड़ा बेहतर रहा। साल 2011 में 90.81 फीसद, जबकि साल 2012 में 91.36 फीसद तालिब इल्म कामयाब रहे थे।
इस बार कामयाबी का कुल फिसद 91.87 रहा। बिहार स्कूल इम्तेहान कमेटी के सदर राजमणि प्रसाद सिंह ने कहा कि कॉपियों की फिर से जांच के लिए जल्द ही दरख्वास्त लिये जायेंगे। जिन तालिब इल्म को अपने मार्क्स को लेकर शक है, वे फिर से जांच के लिए दरख्वास्त दे सकेंगे। फिर से जांच में उनकी कॉपियों में मिले मार्क्स देखे जायेंगे।