तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में इंडोनेशिया पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह राष्ट्रपति जोको विदोदो से मुलाकात की। इसके बाद दोनों कालीबाटा स्मारक गए, जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
जानकार कहते हैं इस यात्रा में कई संदेश भी छिपे हैं लेकिन जो सबसे बड़ी बात है इस दौरे में पीएम इंडोनेशिया की सबसे बड़ी और अहम इस्तेकलाल मस्ज़िद भी जाएंगे और हजारों साल पुराने इंडोनेशिया के मंदिर भी जाएंगे।
इस दौरे पर दशकों पुरानी दोस्ती को नई दिशा देने की एक बहुत बड़ी कोशिश होने वाली है। रमजान के पाक महीने में पीएम मोदी तीन दिनों के लिए इंडोनेशिया पहुंचे हैं, जहां कूटनीति की कलम से बदलते दौर में नई सोच के साथ नए रिश्ते लिखे जाएंगे।
इंडोनेशिया जहां 87 फीसदी लोग मुस्लिम हैं और हिंदू सिर्फ एक दशमलव पांच फीसदी। मतलब पूरी आबादी में 21 करोड़ लोग मुस्लिम और सिर्फ 50 लाख हिंदू। वहां पहुंचे हैं रमजान में पीएम मोदी।
इंडोनेशिया एक ऐसा देश है जहां के लोग भले ही मुस्लिम हों लेकिन यहां के लोग रामायण और महाभारत को अपनी संस्कृति का हिस्सा मानते हैं।
पीएम पहली बार इंडोनेशिया पहुंचे हैं और आज दोपहर जकार्ता में मंदिर भी जाएंगे और मस्जिद भी जाएंगे। इंडोनेशिया की इस्तेकलाल मस्ज़िद दुनिया भर के मुस्लिमों के लिए एक ऐसा केंद्र है जहां हर कोई कम से कम एक बार तो पहुंचना जरूर चाहता है।
इसकी खूबसूरती ऐसी है कि यहां पहुंचने वाले लोग इसे आंखों में उतार लेते हैं। हजारों लोग एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं। इसके गुंबदों को शहर के किसी भी कोने से देखा जा सकता है।
रमज़ान के महीने में इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे मुस्लिम बहुल मुल्कों की पीएम मोदी की यात्रा में कई संदेश भी छिपे हैं। वैसे ये पहला मौका नहीं जब पीएम मोदी विदेश में किसी मस्ज़िद में जा रहे हों।
पीएम मोदी सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर कालीबाटा नेशनल हीरोज का सम्मान करने पहुंचेंगे 8 बजकर 30 मिनट पर इस्ताना मर्डेका पहुंचेंगे जहां इंडोनेशिया के राष्ट्रपति पीएम मोदी का स्वागत करेंगे।