इंडोनेशिया के मशरिक में मलक्का की खाड़ी में आए 7.3 की शिद्दत वाले जलजले के बाद सुनामी की हल्की लहरें उठीं। बाद में सुनामी की वार्निंग वापस ले ली गई।
जलजले का मर्कज़ टर्नेट शहर से 134 किलोमीटर मग़रिब शुमाल इलाके में 47 किलोमीटर जमीन के अंदर था।
ज्योलॉजिकल साइंस एजेंसी ने बताया कि 0.09 मीटर ऊंचाई की सुनामी लहरें जेलोलो ज़जीरे से टकराई, जबकि मालुका शुबे के उत्तरी इलाके में टोबेलो ज़जीरे पर 0.01 मीटर की सुनामी रिकॉर्ड की गई। अब सुनामी का खतरा नहीं है। हालांकि अमेरिकी ज्योलॉजिकल सर्वे ने जलजले के बाद ही सुनामी की वार्निंग जारी कर दी थी।
वहीं, हवाई के पैसेफिक सुनामी वार्निंग मर्कज़ ने जलजले इलाक़े के 300 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक सुनामी की लहरें उठने की ख़द्शा जाहिर की थी। लेकिन सिर्फ हल्की लहरें रिकार्ड की गई।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया साइंटिफिक हैसियत से पैसिफिक सिंग ऑफ फायर प्लेट के मुहाने पर है। इस वजह से यहां अक्सर जलजले आते रहते हैं। 2004 में आए 9.1 की शिद्दत वाले जलजले के असर से उठी सुनामी में इंडोनेशिया में दो लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे।