मर्कज़ी वज़ीर-ओ-सीनियर कांग्रेस लीडर ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि इलाक़ाई जमातों से माक़बल इंतेख़ाबात मुफ़ाहमत से कुछ रियासतों में कांग्रेस पार्टी का सफ़ाया होगया है और पार्टी कैडर जम्मु कश्मीर में असेम्बली इंतेख़ाबात से क़बल किसी जमात से इत्तिहाद के हक़ में नहीं है। आज़ाद ने एक रैली से ख़िताब के बाद मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि हम ने तमिलनाडु उत्तरप्रदेश और बिहार में हलीफ़ जमातों के साथ इंतेख़ाब लड़ा था।
कई बरस बाद हम को पता चला कि इन रियासतों में पार्टी का साफाया होगया है। इस सवाल पर कि आया कांग्रेस पार्टी जम्मू-ओ-कश्मीर में असेम्बली इंतेख़ाबात के लिए माक़बल इंतेख़ाबात इलाक़ाई जमातों से इत्तिहाद करेगी मिस्टर आज़ाद ने कहा कि पार्टी कैडर इस तरह के इत्तिहाद के हक़ में नहीं है।
उन्होंने कहा कि पार्टी कैडर का ये एहसास है कि अगर पार्टी को ज़िंदा रखना है तो हमें हर असेम्बली हलक़े पर तवज्जु करनी चाहिए। सिर्फ़ इत्तिहाद के ज़ड़ेआ इक़तेदार हासिल करना ही अहम नहीं है। उन्होंने कहा कि वो और जम्मू-ओ-कश्मीर का नगर से कमेटी के सदर सैफ अलुद्दीन सोज़ पार्टी कैडर की राय का एहतेराम करते हैं। उन्होंने कहा कि वो और सोज़ कैडर के एहसासात का एहतेराम करते हैं और उन एहसासात को कब और किस तरह अमली शक्ल दी जानी चाहिए इसका अभी फैसला नहीं हुआ है।
एक सवाल के जवाब में मिस्टर आज़ाद ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने अवाम को एक और मर्तबा इंतेख़ाबात के बोझ से बचाने के लिए आम आदमी पार्टी की ताईद की है और उसे हुकूमत तशकील देने का मौक़ा फ़राहम किया है। उन्होंने कहा कि चूँकि कांग्रेस बी जे पी की ताईद नहीं करसकती इस लिए आम आदमी पार्टी की ताईद करने का फैसला किया गया है। अगर कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी को हुकूमत बनाने के लिए मदद नहीं करती तो एक और मर्तबा इंतेख़ाबात करवाने पड़ते और इसका ख़र्च अवाम पर आइद होता। कांग्रेस ने अवाम को इस बोझ से बचाया है।