इकबाल का 136वां यौमे पैदाइश मना

शायर, मुसन्निफ़, बैरिस्टर और सियासतदां सर (डॉ) अल्लामा इकबाल के 136वें यौमे पैदाइश पर अल्लामा इकबाल फाउंडेशन की तरफ से प्रोग्राम का एंकाद किया गया। फाउंडेशन के मेंबरों ने उनके नज्म ‘सारे जहां से अच्छा..’ गा कर प्रोग्राम की शुरुआत की। मो असदुल्लाह ने कहा कि 20वीं सदी की अदबी दुनिया में इकबाल एक रौशन सितारे की तरह उभर कर आये। रिजवान हैदर ने बताया कि अल्लामा इकबाल की कई किताबें अंग्रेजी, र्जमन, फ्रांसीसी, चीनी, जापानी और दीगर ज़ुबान में ट्रांस्लेट हुई हैं। मो जाहिद ने बताया कि उनकी शायरी में मोहब्बत, भाईचारगी, कुर्बानी, इत्तिहाद और मुल्क की मुहब्बत का पैगाम है। फाउंडेशन के सदर मो शोएब ने भी ख्याल रखे।