हुयमन इनफ़लोइनज़ा वाइरस जो H1N1 कहलाता है दुबारा मुल्क में फैलने लगा है। मुख़्तलिफ़ रियासतों बशमोल आंधरा प्रदेश और महाराष्ट्रा से इस वबा-ए-के केसिस की रिपोर्ट मिल रही हैं। इनफ़लोइनज़ा के केसेस में इज़ाफ़ा की सूरत में हुक्काम तैरान गाहों पर मोसाफ़रीन की जांच का मंसूबा बनारहे हैं।
माहिरीन अमराज़ वाइरस ये पता चलाने केलिए आया ये 2009 -ए-में फैले वबाई वाइरस के तबद्दुल तवारिस के साथ ख़ुशक माहोलयाती हालात में फिर से नशो नुमा तो होने नहीं लगा है, फैलने वाले असटरेन के जीनोम को डीकोड करने की कोशिश कररहे हैं।
गोके इनफ़लोइनज़ा के वाइरसस साल भर नमु पाते रहते हैं ताहम मर्तुब हालात और क़लील दर्जा हरारत में ज़्यादा सरगर्म रहते हैं। मुलक के बेशतर हिस्सों में मौसम-ए-गर्मा शुरू होचुका है और दर्जा हरारत 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।
इन हालात में1N1 वाइरस के फैलने से साईंसदानों को तशवीश लाहक़ होचुकी है कि किस तरह ये वाइरस तबद्दुल तवारिस के साथ नमु पारहा है और अगर एसा ही है तो वो उस की जेनयात में किस हद तक तबदीली आई है।
अगर ये तबदीली बहुत ज़्यादा होगी तो इस से बचाओ के लिए नया टीका दरयाफ़त करना होगा। आंधरा प्रदेश में ताहाल इमसाल H1N1 के 50 केसिस रिपोर्ट हुए हैं जबकि तीन मरीज़ों के इस वाइरस से मुबय्यना तौर पर फ़ौत होजाने की इत्तिला है।