नयी दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी को हिंदुस्तान के ‘सबसे तारीकी वक्त’ में से एक करार देते हुए हिंदुस्तानी जम्हूरी को कुचलने को लेकर आज कांग्रेस पर निशाना लगाया और कहा कि ‘इक्तेदार की लालच ’ के सबब 40 साल पहले मुल्क को जंजीरों में जकड दिया गया था और जेल में तब्दील कर दिया गया था.
इमरजेंसी के 40 साल पूरा होने के मौके का उस वक्त की इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार पर निशाना लगाते हुए मोदी ने कहा कि एक मुतहर्रिक जम्हूरियत कामयाबी की कुंजी है और जम्हूरी असूलों और रवैय्ये के मयार को मजबूत बनाने के लिए सब कुछ किया जाना चाहिए.
मोदी ने ट्वीट किया कि हिंदुस्तान के सबसे तारीकी वक्त में से एक इमरजेंसी के 40 साल पूरा हो रहे हैं जब उस वक्त सियासी कियादत ने जम्हूरियत को कुचल दिया था.
मुल्क में 25 जून, 1975 को इमरजेंसी ऐलान किया गया था और यह 21 मार्च, 1977 तक जारी रहा. इस मुद्दत को आज़ाद शहरियों के बरहमी ज़ुल्म के तौर पर देखा जाता है और इस दौरान इंदिरा गांधी के कदम का एहतिजाज करने वाले लीडरों को गिरफ्तार किया गया था.
मोदी ने कहा, ‘‘एक मुतहर्रिक जम्हूरियत कामयाबी की कुंजी है. आगे अपने जम्हूरियत को मजबूत बनाने के लिए जो भी मुम्किन है, हम वो करें.’’ मोदी ने याद किया कि 1975 में आज के ही दिन उस वक्त कि वज़ीर ए आज़म इंदिरा गांकी तरफ से इमरजेंसी ऐलान करने का लाखों लोगों ने एहतिजाज किया था.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उन लाखों लोगों पर फख्र है जिन्होंने इमरजेंसी का एहतिजाज किया और उनकी कोशिशों ने यह तय किया कि हमारी जम्हूरियत तानाबाना महफूज़ रहे।’’ मोदी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण का ज़िक्र करते हुए कहा, ‘‘बेजेपी के ऐलान से हौसला अफ्ज़ाई पूरे हिंदुस्तान में बहुत सारे मर्द व ख्वातीन ने हमारे जम्हूरियत की हिफाज़त की तहरीक में बिना किसी लालच या फायदे से हिस्सा लिया.’’