शामी फ़िज़ाईया ने इराक़-शाम सरहद पर अस्करीयत पसंदों को निशाना बनाते हुए जारीया हफ़्ता फ़िज़ाई हमले किए । वज़ीर-ए-आज़म इराक़ नूरी अलमलिकी ने बीबी सी पर उसे किसी मुख़ालिफ़ अस्करीयत पसंद हमले का ख़ैरमक़दम किया जो जिहादी ममलकत इस्लामीया इराक़ और ले वांट के अस्करीयत पसंदों पर किए गए हैं।
कहा कि हुकूमत इराक़ ने इस किस्म के फ़िज़ाई हमलों की शाम से दरख़ास्त नहीं की थी। ये हमले उस वक़्त किए गए जब कि आई एस आई एल ज़ेर-ए-क़ियादत शोरिश पसंदों ने सरहदी क़स्बे पर अलक़ायदा का क़बज़ा बहाल कर दिया। जिस की वजह से ख़ानाजंगी का शिकार शाम को दिफ़ाई सरबराही का रास्ता मुतास्सिर हुआ , जहां जिहादी ग्रुप सरगर्म है।
कल अलक़ायदा की शाम शाख़ अलनसरा महाज़ ने भी मुक़ामी तौर पर बयान जारी करते हुए आई एस आई एल के साथ उल-हाक़ का ऐलान किया था। इस तरह सरहदी इलाक़े पर इस ग्रुप का कंट्रोल मज़ीद मुस्तहकम होगया था। अस्करीयत पसंद पाँच सूबों के जो बग़दाद के शुमाल और मग़रिब मीनू इक्का हैं वसीअ इलाक़ों पर क़बज़ा करने में कामयाब होगए हैं।
उनकी जारिहाना कार्रवाई से बेनुल-अक़वामी बिरादरी ख़ौफ़ज़दा होगई है। इस कार्रवाई के नतीजे में एक हज़ार अफ़राद हलाक और दीगर लाखों अफ़राद बेघर होचुके हैं।