इराक में फंसे औरंगाबाद शहर के दो लोगों में से एक न्यू काजी मुहल्ला के रहने वाले मुस्तफा कमाल हाशमी सनीचर की रात खैरियत से अपने घर लौट आये, जबकि पठानटोली मुहल्ला के रहने वाले रेयाजुद्दीन के लौटने का इंतजार घरवाले कर रहे हैं। मुस्तफा कमाल हाशमी के घर आते ही पूरे खानदान के मेम्बर खुशी से झूम उठे और गले से लिपट गये। इतवार को अपने घर पर आपबीती सुनाते हुए मुस्तफा कमाल हाशमी ने कहा कि जो इंडियन मजदूर इराक में अपनी जिंदगी संवारने के लिए गये थे, आज उनकी जान फंसी हुई है।