इराक़ ने कुर्दिस्तान क्षेत्र के उपराष्ट्रपति कोसरत रसूल की गिरफ़्तारी का आदेश दिया है| सरकार ने आरोप लगाया है कि उपराष्ट्रपति ने इस हफ्ते किर्कुक के लिए भेजे गए सैनिकों को अपने पास बुलाने का आरोप है|
सर्वोच्च न्यायिक परिषद् के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार अल-बिर्कदार ने कहा कि न्यायाकालय मानना है कि रसूल ने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया है| इसलिए उन्हें दोषी मानते हुए उनके ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी का आदेश दिया है| उन्होंने कहा की रसूल ने अपने शब्दों से सैनिकों को उकसाया है| बुधवार को रसूल ने एक बयान में कहा था कि किर्कुक में सैन्य अभियान एक और कुर्द नरसंहार है| उन्होंने किर्कुक शहर से बलों की वापसी पर निंदा की|
हालाँकि कुर्द के राष्ट्रपति मसूद बरज़ानी ने गिरफ़्तारी पर निंदा की है| उन्होंने कहा कि अदालत का फैसला राजनीतिक है साफ साफ नज़र आता है| इससे स्पष्ट होता है कि बगदाद में सत्तारूढ़ की मानसिकता केसी है|
उन्होंने उपराष्ट्रपति का बचाव करते हुए कहा कि शांतिपूर्वक अपनी राय रखने में उसको दंडित किया जाना कहाँ तक सही है? क्या उसको बस इसी बात के लिए गिरफ्तार कर्ण अ चाहिए?|
रसूल को दोषी पाए जाने पर इराक़ी दंड संहिता धारा 226 के तहत 7 साल की सज़ा का सामना करना पड़ सकता है
शरीफ़ उल्लाह