इसलामनगर में ही बसेंगे बेघर

इसलामनगर से कब्जा हटाओ मुहिम में हटाये गये लोगों को हुकूमत वहीं पर बसायेगी। वहां वाकेय पॉलिटेक्निक की खाली जमीन पर बेघरों को बसाने का काम होगा। मंगल को एवान में माले एमएलए विनोद सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए शहर तरक़्क़ी वज़ीर सुरेश पासवान ने ये ऐलान की।

वज़ीर ने एवान में यह भी कहा कि कब्जा हटाओ मुहिम में रांची में पुलिस फायरिंग में मारे गये दो नौजवानों के अहले खाना को हुकूमत एक-एक लाख रुपये देगी।

इसके साथ हुकूमत नागा बाबा खटाल से हटाये गये लोगों की खैर भी लेगी। नागा बाबा खटाल में मजूजा मार्केट में तरजीह की बुनियाद पर बेघरों को दुकान दिये जायेंगे। माले एमएलए विनोद सिंह ने एवान में इसलाम नगर और नागा बाबा खटाल के बेघरों की मसला उठाते हुए हुकूमत से जानना चाहा था कि हुकूमत वहां बेघरों को बसाने की मंशा रखती है या नहीं। माले एमएलए ने कहा कि हुकूमत बर्बाद करती है, लेकिन तामीर नहीं करना चाहती है। लोगों को अदालत का हवाला देकर उजाड़ा गया, लेकिन उसी अदालत ने 13 महीने में बसाने के लिए कहा था। हुकूमत साफ करे कि खाली जमीन में उजाड़े गये खानदान को बसायेगी या नहीं।

इस पर वज़ीर ने कहा कि अगर जमीन खाली है, तो बसाया जायेगा। माले एमएलए ने कहा कि पुलिस फायरिंग में गोल्डन और गोलू नाम के दो नौजवान मारे गये थे। हुकूमत उनको मुआवजा दे। इस पर वज़ीर ने दोनों के अहले खाना को एक-एक रुपये लाख देने की ऐलान की। माले एमएलए ने नागा बाबा खटाल से उजाड़े गये लोगों पर कहा कि जमीन पर हक के लिए वहां के लोग कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हुकूमत वहां मार्केट बनाना चाहती है, हुकूमत उस मार्केट में नागा बाबा खटाल से बेघर हुए लोगों को दुकान दे। एवान में हुकूमत इसके लिए भी राजी हो गयी।