7 जनवरी -दिल्ली में घिनौनी दरिंदगी की शिकार लड़की 13 दिनों तक लड़ती रही और फिर मौत से हार गई, लेकिन सियासतदानों और मुख्तलिफ इदारों से जुड़े रहनुमाओं के दिल दुखाने वाले बयान मुसलसिल जारी है। अब, खुद को धर्मगुरु कहलाने वाले आसाराम बापू ने भी एक मुतनाज़ा किस्म का बयान जारी किया है। उनका मानना है कि इस खौफनाक वारदात की वजह सिर्फ वो 6 लोग नहीं थे, बल्कि ऐसी वारदात में गलती दोनों तरफ की होती है.
उन्होंने कहा कि सिर्फ 5-6 लोगों पर ही इल्ज़ाम धरना ठीक नहीं हैं. बल्कि लड़की की इस्मतरेज़ी करने वालों के साथ-साथ मज़लूम भी गुनाहगार है. उसे गुनाहगारों को भाई कहते हुए उन्हें इस बुराई से रोकने की इल्तेज़ा करना चाहिए. इससे उसकी जान और ईज्जत दोनो बच जातीं.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आसाराम बापू ने कहा कि वो मुल्जिमों को सख्त सजा दिए जाने के खिलाफ हैं. इससे कानून का ग़लत इस्तेमाल होगा. उनके मुताबिक इस तरह के बने कानूनों का हमेशा से गलत इस्तेमाल हुआ है. जहेज के मुतालिबे को लेकर की जाने वाली हरासानी के खिलाफ बना कानून इसकी एक मिसाल है.
आसाराम के शर्मनाक बयान पर मेनका गांधी का कहना है कि अगर भाई कह देने से ही कोई पापी बदल जाता तो दुनिया में कभी पाप ही नहीं होते.