पाकिस्तान की नई सरकार के साथ भारत की अधिकारिक वार्ता अगले हफ्ते हो सकती है। भारत और पाकिस्तान के अधिकारी अगले हफ्ते में सिंधु जल सममौते पर चर्चा के लिए इस्लामाबाद में मिलने वाले हैं। स्थायी सिंधु आयोग (पीआईसी) की इस मुलाकात में दोनों देशों के अधिकारी सिंधु जल मामले को लेकर चर्चा करेंगे।
भारत इस मुलाकात को ‘सिंधु जल समझौते’ के तहत जरूरी बता रहा है। इस बैठक का समय भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह बैठक इमरान खान के पीएम पद संभालने के ठीक एक हफ्ते बाद हो रही है। भारत के दल का नेतृत्व पीके सक्सेना करेंगे, वहीं पाक की तरफ से सैयद मेहर अली शाह को इसकी आयुक्त बनाया गया है।
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में किशनगंगा (330 मेगावॉट) और रातले (850 मेगावॉट) पनबिजली परियोजनाओं के भारत के डिजाइन पर सवाल उठाते हुए पाकिस्तान ने पिछले साल भी वर्ल्ड बैंक का रुख किया था।
किशनगंगा प्रॉजेक्ट झेलम की सहायक नदी, जबकि रातले प्रॉजेक्ट चेनाब नदी से जुड़ा है। संधि में इन दोनों नदियों के साथ सिंधु नदी को पश्चिमी नदियों के तौर पर परिभाषित किया गया है।
इन नदियों के पानी के इस्तेमाल पर पाकिस्तान को किसी बंदिश का सामना नहीं करना पड़ता है। भारत इस मुद्दे पर निरीक्षण के लिए एक निष्पक्ष एक्सपर्ट की मांग करता रहा है।