इख़्वान की खु़फ़ीया तंज़ीम इमारात हुकूमत का तख़्ता उल्टना चाहती थी

मुत्तहदा अरब इमारात में इख़्वानुल मुस्लमीन की सरगर्मीयों पर अल अरबिया पर नशर की गई दस्तावेज़ी फ़िल्म रोड टू जुलाई में तंज़ीम की ममलकत में सरगर्मीयों के बारे में अहम इन्किशाफ़ात किए गए हैं।

दस्तावेज़ी फ़िल्म में इमारात यूनीवर्सिटी के डायरेक्टर अली एलन एमी का कहना है कि 1991 में इख़्वान की खु़फ़ीया तंज़ीम के अरकान ने वली अहद अल शेख़ मुहम्मद बिन ज़ाइद से मुलाक़ात से इनकार कर दिया था। वली अहद ईख़्वानी तंज़ीम के अरकान को मुर्शिद आम से बैअत ख़त्म करना और आलमी तंज़ीम इख़्वानुल मुस्लमीन से ताल्लुक़ ख़त्म कराना चाहते थे मगर उन्हों ने वली अहद का मश्वरा मानने से इनकार कर दिया था।

आर्गेनाईज़ेशन के का कहना है कि इख़्वान की खु़फ़ीया तंज़ीम ने अपने अज़ाइम की तकमील के लिए स्कूलों और तालीमी इदारों को अपना अहम मर्कज़ 1980 के अशरे में बनाना शुरू कर दिया था ताकि नवख़ेज़ ज़हनों को रियासत के ख़िलाफ़ आमादा बग़ावत किया जा सके।