ईदगाह मीर आलम के बाब उलदाखिला पर कमान कब नसब होगी ?

तारीख़ी शहर हैदराबाद तहज़ीब-ओ-तमद्दुन के लिए सारे आलम में मशहूर है और हमारे शहर को ये एज़ाज़ भी हासिल हैके हिंदुस्तान के तमाम तारीख़ी शहरों में सब से ज़्यादा फ़न तामीर के शाहकार यहीं हैं और इस शहर की ईदगाह मीर आलम को एक मुनफ़रद शनाख़्त हासिल है।

इस ईदगाह के बाब उलदाखिला पर एक 40 फ़ीट बुलंद और 80 फ़ीट वसी क़ुरआन हकीम की रीहाल की शक्ल में कमान का वाअदा तेलुगु देशम और कांग्रेस के दौरे हुकूमत में किया जाता रहा है।

हर साल रमज़ान की आमद से पहले यहां हुकूमती वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद अपने ओहदेदारों के साथ जायज़ा लेने के लिए पहुंच जाते हैं और जायज़ा हासिल करने के बाद ईदगाह की खुली अराज़ी पर एक प्रेस कांफ्रेंस मुनाक़िद होती है जिस में कहा जाता हैके इस ईदगाह के बाब उलदाखिला पर एक आलीशान कमान तामीर की जाएगी। हर साल यही वादा होता हैके आइन्दा बरस बाबउलदाखिला पर एक आलीशान कमान तामीर की जाएगी।

बदलती हुकूमतों ने इस वादे की रिवायत को बरक़रार रखा है और उनके ये वादे किसी बनिए की दुकान पर लगी तख़्ती जिस पर जो तहरीर होती हैके आज नक़द कल उधार के बराबर है और लीडरों के वादे इसी तहरीर की दूसरी शक्ल दिखाई देते हैं कि वादा इस बरस और तामीर आइन्दा बरस और वो आइन्दा बरस , बरसों गुज़र जाने के बाद भी नहीं आया है।