ईरानी जौहरी अज़ाइम का पता चलाना मुश्किल

इसराईली वज़ीर-ए-दिफ़ाअ ऐहूद बाराक ने कहा है कि इसराईली और अमेरीकी खु़फ़ीया इदारों केलिए ईरान के जौहरी अज़ाइम का पता चलाना मुश्किल हो गया है, जिस से तहरान के मुतनाज़ा जौहरी प्रोग्राम का मुआमला मज़ीद फ़ौरी इक़दामात का मुतक़ाज़ी बन गया है।

इसराईली वज़ीर-ए-दिफ़ा ने ये बात इसराईली रेडीयो से गुफ़्तगु करते हुए बताई। एक इसराईली अख़बार में शाय शूदा इस रिपोर्ट पर कि अमेरीकी सदर ओबामा को नैशनल इन्टैलीजन्स जायज़े में आगाह किया गया है कि ईरान ने फ़ौजी जौहरी सलाहीयत की जानिब ख़ातिरख़वाह(मनचाहा) और हैरतअंगेज़(अजीब ओ गारीब‌) पेशरफ़्त(आगे बडना) की है।

ऐहूद बाराक ने इस रिपोर्ट पर तबसरा करते हुए कहा कि जहां तक हमें मालूम है ईरान के ऐटमी प्रोग्राम के बारे में हमारे और अमेरीका के जायज़े यकसाँ(बराबर‌) हैं ।