चीनी और ईरानी आला क़ियादत ने दोनों ममालिक के बाहमी ताल्लुक़ात को वुसअत देने और आइन्दा दस बरस में बाहमी तिजारत को 600 बिलीयन डॉलर तक पहुंचाने पर इत्तिफ़ाक़ कर लिया है। ये पेशरफ़्त चीनी सदर शि जिनपिंग के दौरा तेहरान के मौक़ा पर हुई है।
चीन के सदर शि जिनपिंग सऊदी अरब और मिस्र का दौरा मुकम्मल करने के बाद आज हफ़्ता 23 जनवरी को ईरानी दारुल हुकूमत तेहरान पहुंचे। शि जिनपिंग ने अपने ईरानी हम मन्सब हसन रुहानी से मुलाक़ात की।
इस मुलाक़ात में जौहरी डील के मोस्सर होने पर अमरीकी और मग़रिबी इक़्तेसादी पाबंदीयों के ख़ातमे के तनाज़ुर में चीन और ईरान के दरमयान मुस्तक़बिल के मआशी ताल्लुक़ात पर तवज्जा दी गई।
मुलाक़ात के बाद ईरानी सदर हसन रुहानी ने चीनी सदर शि जिनपिंग के हमराह एक मुशतर्का प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए बताया, ईरान और चीन इस बात पर मुत्तफ़िक़ हैं कि आइन्दा दस सालों में दोनों ममालिक के दरमयान बाहमी तिजारत के आंकड़े को छः सौ बिलीयन डॉलर तक पहुंचाया जाएगा।
दोनों सदूर की प्रैस कान्फ़्रैंस ईरानी टैलीविज़न पर बराहे रास्त नशर की गई। रुहानी का इस मौक़ा पर मज़ीद कहना था, ईरान और चीन ने स्ट्रेटेजिक ताल्लुक़ात को फ़रोग़ देने पर भी इत्तिफ़ाक़ किया है।