* आलमी क़ानूनी काइदों के तहत हमारी सरगर्मीयां दुरुसत, अहमदी निज़ाद का बयान
तहरान । ईरान के सदर महमूद अहमदी निज़ाद ने एक सटलाईट टैलीविज़न नैटवर्क को इंटरव्यू देते हुए कहा कि ईरान के यूरेनियम ताबकारी निज़ाम का मतलब बम बनाना नहीं है। 20 फ़ीसद यूरेनियम ताबकारी को बढावा देना हमारा हक़ है और ये तैयारी बम बनाने की सिम्त क़दम नहीं है।
अहमदी निज़ाद ने कहा कि ताबकारी सरगर्मी जिस पर ईरान के साथ बातचित को खत्म करने दुनिया भर ताक़तें कोशिश कर रही हैं। इंटरनेशनल क़ानूनी काइदों के तहत हमारे हुक़ूक़ में से एक है।
उन्हों ने सटेर्लाईट टैलीविज़न नैटवर्क फ़्रांस 24 को इंटरव्यू देते हुए कहा कि हमारे प्रोग्राम के बारे में बहुत ज़्यादा झूट बोला जा रहा है। यूरेनियम ताबकारी को 20 फ़ीसद तक बढावा देने का मतलब ये नहीं हैकि हम बम बनाने की सिम्त क़दम उठा रहे हैं। उन्हों ने फ़ारसी में इंटरव्यू दिया जिस का तर्जुमा टैलीविज़न चैनल ने पेश किया है।
अहमदी निज़ाद ने कहा कि दुनिया भर कि ताक़तों को चाहीए कि वो हमें 20 फ़ीसद ताबकारी सतह तक यूरेनियम दें, लेकिन अब तक उन्हों ने एसा नहीं किया है, जिस के नतीजे में ईरान ने खु़द हि यूरेनियम ताबकारी निज़ाम को बढावा देने का फ़ैसला किया। 20 फ़ीसद यूरेनियम ताबकारी को बढावा देने से मुताल्लिक़ उन के रिमार्कस का अंग्रेज़ी में ये तर्जुमा किया गया है वो मुख़्तलिफ़ मतलब पेश करता है।
अहमदी निज़ाद ने इशारा दिया कि ईरान 20 फ़ीसद ताबकारी निज़ाम को रोक भी सकता है अगर दुनिया भर कि ताक़तें रियायत के साथ ताबकारी दें। जब दुसरे मुल्क ही हमारे हुक़ूक़ से फाइदा उठाने कि इजाज़त नहीं देते हैं तो उन्हें उस की वज़ाहत करने की ज़रूरत है और उन्हें ये कहना भी ज़रूरी हैकि आख़िर वो ईरान के अवाम को यूरेनियम ताबकारी निज़ाम को बढावा देने की इजाज़त क्यों नहीं दे रहे हैं।