अमरीकी अख़बार लास ऐंजलिस टाईम्स ने 16 अमरीकी इंटेलिजेंस एजेंसीयों की मुत्तफ़िक़ा तौर पर तैय्यार करदा हालिया रिपोर्ट में इन्किशाफ़ किया है कि ईरान न्यूक्लियर रिसर्च ज़रूर कर रहा है जो उसे ऐटम बम की तय्यारी के काबिल बना सकता है लेकिन ईरान के पास इस वक़्त जौहरी हथियार मौजूद नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक़ ईरान ने 2003में अपने जौहरी बम बनाने की कोशिशों को रोक दिया था।
अख़बार के मुताबिक़ अमरीकी और इसराईली हुक्काम ईरान के जौहरी प्रोग्राम के ख़िलाफ़ अवामी सतह पर फ़ौजी हमले की बातें करते हैं लेकिन एक हक़ीक़त को अक्सर नज़र अंदाज किया जाता है कि अमरीकी इंटेलिजेंस एजैंसीयों को ये यक़ीन नहीं है कि ईरान जौहरी बम बनाने में कोई फआल सरगर्मी की कोशिश में है। अमरीकी इंटेलिजेंस की तरफ़ से 2007 मैं तैय्यार की गई एक इंतिहाई अहम रिपोर्ट गुज़श्ता बरस पालिसी साज़ों को फ़राहम की गई थी।
क़ौमी इंटेलिजेंस इदारों के मुताबिक़ तेहरान ने 2003 में न्यूक्लियर वॉरहैडज़ बनाने की कोशिशों को रोक दिया था जब कि हाल ही में6 अमरीकी इंटेलिजेंस एजैंसीयों के इत्तिफ़ाक़ राय से तैय्यार रिपोर्ट इशारा करती है कि ईरान अभी तक जौहरी हथियार बनाने के काबिल नहीं हुवा हालाँकि ईरान यौरानियम की कम सतह पर अफ़ज़ोदगी जारी रखे हुए है। अमरीकी हुक्काम का कहना है कि उन्हें अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले जो फ़ैसले पर नज़र-ए-सानी का बाइस बने।
सीनीयर अमरीकी हुक्काम का कहना है कि इसराईल को बुनियादी इंटेलिजेंस या तजज़िये से इख़तिलाफ़ नहीं । इसराईल ईरान को अपनी सलामती के लिए ख़तरा समझता है।इस लिए वो ईरान को जौहरी हथियार का मालिक बनते देखना नहीं चाहता । बाअज़ इसराईली हुक्काम समझते हैं कि इस से पहले कि ईरान जौहरी पेशरफ़्त में बहुत आगे चला जाय उस को रोकने के लिए फ़ौजी हमले कर देना चाहीए ।
सद्दाम हुसैन के पास खु़फ़ीया कीमीयाई और जरासीमी हथियारों की मौजूदगी से मुताल्लिक़ तजज़िये ग़लत साबित हुए जबकि इसी बुनियाद पर बुश हुकूमत ने सद्दाम के ज़ेर इक़तिदार इराक़ पर तबाहकुन हमले कर दिए ।