वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका अलग होगा या नहीं, वह इस संबंध में मंगलवार को दोपहर दो बजे ऐलान करेंगे। ईरान परमाणु समझौता तेहरान और 6 वैश्विक शक्तियों के बीच 2015 में हुआ था। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं मंगलवार को व्हाइट हाउस से दोपहर 2 बजे ईरान परमाणु समझौते पर अपने फैसले का ऐलान करूंगा।’
सीएनएन के मुताबिक, ट्रंप विचार कर रहे हैं कि क्या ईरान के ऊर्जा और बैंकिंग क्षेत्र पर दोबारा प्रतिबंध लगाए जाए या नहीं। राष्ट्रपति पद संभालने के बाद बीते 15 महीनों में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर मंगलवार का यह फैसला सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन हाल ही में ट्रंप पर दबाव बना चुके हैं कि अमेरिका को इस समझौते से जुड़े रहना चाहिए। ट्रंप ने कई मौकों पर कह चुके हैं कि यदि इस समझौते को संशोधित नहीं किया गया तो अमेरिका इस समझौते से अलग हो जाएगा।
उधर ब्रिटेन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ईरान से परमाणु समझौता नहीं तोड़ने की अपील की है। उसने कहा है कि हालांकि यह पूरी तरह सही नहीं है लेकिन अभी इससे बेहतर विकल्प मौजूद नहीं है।द न्यूयॉर्क टाइम्स में ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन के हस्ताक्षर वाले एक ऑप-एड आलेख में अमेरिका से यह अपील की गई है।
ट्रंप ने चेताया है कि 12 मई को वह समझौते की अवधि को आगे नहीं बढ़ाएंगे। उन्होंने मांग की है कि अमेरिका के यूरोपीय सहयोगी खामियों को दूर करें नहीं तो वह ईरान पर फिर से पाबंदी लगाएंगे। जॉनसन ने अपने आलेख में कहा है कि इस नाजुक मोड़ पर परमाणु समझौते से अलग होना गलत होगा। उनकी दलील है कि अंतराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के निरीक्षकों को ईरान के परमाणु केंद्रों की निगरानी के लिए अधिक शक्ति प्रदान की गयी है।