ईरान में मुसाफ़िर बर्दार तय्यारा हादिसे का शिकार :39 हलाक

तहरान में एक मुक़ामी तौर पर तैयार करदा मुसाफ़िर बर्दार ईरानी तय्यारा परवाज़ के फ़ौरी बाद हादिसे का शिकार होगया जिस के नतीजे में 39 अफ़राद हलाक होगए हैं। कहा गया है कि ये तय्यारा एक क़दीम यूक्रेनी डिज़ाईन का था और इस तरह के तय्यारे पहले भी हादिसात का शिकार होचुके हैं।

सीपा हाँ आवर रीजनल आवर लाईनर तय्यारा तहरान के महराबाद आवर पोर्ट से मशरिक़ी शहर तबस को जा रहा था और सुबह 9.20 मिनट पर परवाज़ के फ़ौरी बाद एक रिहायशी इलाक़ा में गिरकर तबाह होगया। सदर ईरान हुस्न रुहानी ने इस हादिसे पर अफ़सोस का इज़हार किया और मरने वालों के अफ़रादे ख़ानदान और लवाहिक़ीन से इज़हार-ए-हमदर्दी किया है ।

उन्होंने इस हादिसे की तहक़ीक़ात का हुक्म देदिया है। कहा गया है कि ईरानी हवाबाज़ी कंपनीयों के इस तरह के तय्यारों को तहक़ीक़ात की तकमील तक परवाज़ से रोक दिया जाएगा। सरकारी टी वी पर कहा गया है कि तय्यारा का पिछला हिस्सा एक बर्क़ी टावर के केबल्स में फंस गया था जिस के बाद वो ज़मीन पर आग्रह और शोला पोश होगया।

सरकारी ख़बररसां इदारा अरुणा ने कहा कि तय्यारे के इंजन नाकाम होगए थे। ताहम कहा गया है कि हादिसे की वजह चाहे कुछ भी हो ताहम पायलेट की जानिब से फ़ौरी हरकत में आकर हाज़िरदिमाग़ी के मुज़ाहरा से कुछ जानों को तलफ़ होने से बचाया जा सका है । तहरान महिकमा फ़ायर के तर्जुमान जलाल मालकी ने कहा कि हमें ख़ुदा का शुक्र करना चाहिए कि पायलेट ने तय्यारे को रिहायशी इमारतों से दूर रखने जो कुछ करना था किया है और तय्यारा इन इमारतों पर नहीं गिरा है बसूरत-ए-दीगर मज़ीद नुक़्सानात होसकते थे ।ईरान में माज़ी में भी तय्यारों के हादिसात हुए हैं।