ईरान शामी बोहरान की यकसूई(हल करने) में मदद देने तैय्यार

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में ईरान के सफ़ीर मुहम्मद क़ाज़ी ने कहा कि ईरान शाम में अमन क़ायम करने के लिए बैन-उल-अक़वामी एलची कोफ़ी अन्नान को मदद देने तैय्यार है लेकिन अगर बाअज़ ममालिक आलमी ताक़तों के इजलास में ईरान की शिरकत पसंद नहीं करते तो फिर ये उन का मसला है।

अन्नान का तलब करदा इजलास जिनेवा में हफ़्ता को मुक़र्रर है, जिस का मक़सद शाम में जारी लड़ाई के ख़ातमा का कोई रास्ता तलाश करना और सयासी तबदीली है। अमरीका, बर्तानिया और फ़्रांस ईरान की किसी भी तरह शिरकत के ख़िलाफ़ हैं क्योंकि इन का ईरान के ऐटमी प्रोग्राम की वजह से तनाज़ा जारी है।

क़ाज़ी ने न्यूयार्क में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा हेडक्वार्टर में अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि ये अहम हक़ीक़त है जिसे कोई नजर अंदाज़ नहीं कर सकता कि इस्लामी जमहूरीया ईरान का ख़ित्ता में वसीअ असर और तामीरी किरदार है।

उन्हों ने कहा कि अगर कुछ ताक़तें इस के असर-ओ-रसूख़ और तामीरी किरदार से फ़ायदा उठाना नहीं चाहती तो ये उनका मसला है और ये इस बात का भी सबूत भी है कि वो इस बुनियादी हक़ीक़त को नजर अंदाज़ कर रही हैं।