फ़्रांस ने आज इंतिबाह दिया है कि ईरान और छः आलमी ताक़तों के दरमयान न्यूक्लीयर मुआहिदा की जानिब पेशरफ़्त नाकाफ़ी है क्योंकि इस मुआमले में मुख़्तलिफ़ पहलूओं पर रिसर्च और तहदीदात के मौज़ूआत पर कोई ख़ास तवज्जा मर्कूज़ नहीं की गई।
फ़्रांस के अक़वामे मुत्तहिदा सफ़ीर फ़्रान्कोइस डीलातरे ने अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल को ईरान पर अक़वामे मुत्तहिदा की तहदीदात के बारे में बताते हुए कहा कि ईरान अगर बैनुल अक़वामी बिरादरी का एतेमाद एक बार फिर हासिल करना चाहता है तो उसे पेचीदा इंतिख़ाबात करने होंगे।
याद रहे कि जारीया हफ़्ता स्विटज़रलैंड में ईरान, अमरीका, बर्तानिया, फ़्रांस, जर्मनी, रूस और चीन मुज़ाकरात का अहया करने वाले हैं ताकि मार्च के अवाख़िर तक सियासी फ्रेमवर्क के तहत मुआहिदा के इलावा 30 जून तक मुकम्मल न्यूक्लीयर मुआहिदा किया जाएगा।