ईराक़ी अवाम चहारशंबा के दिन पहले क़ौमी इंतिख़ाबात की रायदेही में हिस्सा लेंगे जो अमरीकी फ़ौज के तख़लिया के बाद मुनाक़िद की जाएगी जब कि मुल्क में फ़िर्कावाराना तक़सीम ज़्यादा गहरी होती जा रही है और अंदेशे पैदा हो गए हैं कि मुल्क में बड़े पैमाने पर ख़ूँरेज़ी होगी।
वज़ीरे आज़म नूरी अल मालिकी ने नाक़दीन पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए इल्ज़ाम आइद किया कि वो इक़्तेदार मर्कूज़ कर रहे हैं और अक़लीयती ग्रुप्स को निशाना बना रहे हैं ताकि उन की तीसरी मीआद ईराक़ी शहरियों की मायूसी की नज़र हो जाए जो बुनियादी ख़िदमात, बड़े पैमाने पर करप्शन और बेरोज़गारी की बुलंद सतह की वजह से हुकूमत से मायूस हैं।
एक माह तवील इंतिख़ाबी मुहिम के दौरान बग़दाद और दीगर शहरों में पोस्टर्स चस्पाँ किए गए थे। उम्मीदवार सड़कों पर नज़र आरहे थे। अक़लीयती तबक़ा सुन्नी मुसलमान खासतौर पर कहते हैं कि शीआ वज़ीरे आज़म उन से तास्सुब रखते हैं।