ईसाई बने लोगों को मनाने में जुटे हिंदू तंजीम

गया जिले की पड़रिया पंचायत के अतिया गांव में पीर को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की तरफ से हवन-पूजन की तैयारी हो रही है। इतवार को एमपी हरि मांझी व विश्व हिंदू परिषद के गया महानगर वज़ीर मणिलाल बारिक अतिया गांव जाकर उन खानदानों से मिले, जिन्होंने हिंदू मजहब को छोड़ इसाई मजहब अपना लिया है।

उन्होंने उनसे दरख्वास्त की कि वह घर वापसी (हिंदू मजहब) कर लें। उन्हें सारी सहूलत मिलेंगी। हालांकि, मजहब तब्दील किये लोग बार-बार कहते रहे कि उन्होंने किसी के दबाव में नहीं, बल्कि अपनी मर्ज़ी से इसाई मजहब कबूल किया है। वह बोधगया वाकेय चर्च में यीशु की प्रार्थना सभा में जाते हैं।

गया के एमपी हरि मांझी ने उन्हें समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि आप दुबारा हिंदू मजहब व कल्चर अपनायें। कई लोगों ने उनके सामने कहा कि ऐसा न हो कि फिर कुछ गलत होने लगे। हालांकि, हिंदू से इसाई मजहब कुबूल किये कई खानदानों ने उन्हें यकीन दिलाया कि वह हिंदू मजहब दुबारा कुबूल कर लेंगे। मणिलाल बारिक ने बताया कि पीर की दोपहर 12 बजे सनातन रिवायत के मुताबिक रीति रिवाज से हवन-पूजन होगा।

इसमें गांव के जितने लोग आकर बैठेंगे, इससे पता चल जायेगा कि उतने लोगों ने घर वापसी कर ली है। गौरतलब है कि इधर, पूरे मुल्क में मजहब तब्दील को लेकर हो रहे तनाजे के दरमियान जुमा को विहिप व बजरंग दल के कर्कुनान ने अतिया गांव के लोगों को समझाने की कोशिश किया था। इसके बाद मुक़ामी एमपी हरि मांझी ने भी गांववालों से बात कर मंसूबाओं के फाइदा से महरूम खानदानों को उसका हक व दीगर सरकारी सहूलतें दिलाने का यकीन दिया था। सनीचर को भी विहिप के कर्कुनान ने अतिया के लोगों से दोबारा मुलाकात की थी। एमपी ने बताया कि बातचीत में ईसाई मजहब अपना चुके लोगों ने पीर (29 दिसंबर) के विहिप के हवन-पूजन प्रोग्राम में हिस्सा लेने की बात कही है। इस सिलसिले में अतिया के शिवनंदन मांझी, पुनिया देवी, कैली देवी व सपेत मांझी वगैरह ने कहा कि अभी इस पर तमाम लोग सहमत नहीं हो पाये हैं। पीर को ही हालत वाजेह हो पायेगी।