खु़फ़ीया महकमों ने वोज़ारत-ए-दाख़िला को एक मकतूबर वाना किया है जिस में मारगला की पहाड़ीयों से ईस्लामाबाद पर राकेट हमलों के मंसूबे का इन्किशाफ़ किया गया है। ज़राए के मुताबिक़ खु़फ़ीया महकमों की जानिब से वज़ारत-ए-दाख़िला को लिखे गए मकतूब में कहा गया है कि एक दहश्तगर्द ग्रुप ने मारगला की पहाड़ीयों से ईस्लामाबाद में राकेट हमले का मंसूबा बनाया है।
ख़त में कहा गया है कि इस मंसूबे का इलम मलड़ी अकैडमी हमले में गिरफ़्तार दो दहश्त गरदों से तहक़ीक़ात के दौरान हुआ। दोनों मुल्ज़िमों ने इन्किशाफ़ किया कि कुछ दहश्तगर्द मारगला के जंगलों में छुपे हुए हैं जिन्हों ने ब्लयू एरिया और रेडज़ वन में हस्सास और अहम इमारतों को टार्गेट करने का मंसूबा बनाया है।