मर्कज़ी वज़ीर शहरी तरकियात, इमकना-ओ-पारलीमानी उमोर एम वेंकया नायडू ने यहां इम्पलाइज़ प्रावीडेंट फ़ंड इस्कीम का इफ़्तेताह किया जिस के तहत हैदराबाद और अतराफ़ के तक़रीबन 59,000 वज़ीफेयाबों को 01 अक्टूबर से माहाना कम से कम एक हज़ार रुपये वज़ीफ़ा हासिल होगा।
वेंकया नायडू ने इम्पलाइमेंट प्रावीडेंट फ़ंड (ई पी एफ़) इस्कीम का इफ़्तेताह करने के बाद अपने ख़िताब में कहा कि 11,000 करोड़ रुपये के ख़सारा के बावजूद हुकूमत इस माली बोझ को बर्दाश्त करने के लिए तैयार है और इस इस्कीम को रूबा अमल लाने के अज़म की पाबंद है।
उन्होंने कहा कि अक़ल्लतरीन वज़ीफे का अहाता करने के लिए बजट में माक़ूल गुंजाइश रखी गई है। वेंकया नायडू ने इस बात पर सख़्त ब्रहमी का इज़हार किया कि हिंदुस्तानी आज़ादी के हुसूल के कई दहाईयों बाद अब भी माहाना सात रुपये, 30 रुपये और 70 रुपये के वज़ाइफ़ दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ई पी एफ़ के तहत 49 लाख अफ़राद को माहाना वज़ाइफ़ दिए जाते हैं जिन के मिनजुमला अक़लतरीन वज़ीफे में इज़ाफे की इस इस्कीम से उन 32 लाख वज़ीफेयाबों को फ़ायदा पहूंचेगा जिन का माहाना वज़ीफ़ा माहाना 1001 हासिल होता था।
मुल्क में 13 लाख एसे वज़ीफे याबान हैं जिन्हें माहाना 500 रुपये से कम वज़ीफ़ा मिलता है। 19 लाख वज़ीफेयाबों को 500 और 1000 रुपये माहाना के दरमयान वज़ीफ़ा मिलता है।
वेंकया नायडू ने कहा कि ये महिज़ वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की शख़्सी दिलचस्पी के सबब उन वज़ीफे में इज़ाफ़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि मोदी इस इस्कीम पर फ़िलफ़ौर और मुकम्मिल अमल आवरी चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म को इस बात पर सख़्त अफ़सोस था कि मुल्क के सिर्फ़ 32 फ़ीसद अवाम के पास बैंक खाते मौजूद थे चुनांचे उन्होंने जन धन इस्कीम शुरू की और सिर्फ़ एक दिन में एक करोड़ अफ़राद के बैंक खाते खोले गए जो एक रिकार्ड है।
इस तरह वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत अभियान (साफ़ सुथरा हिंदुस्तान मुहिम) में शख़्सी तौर पर हिस्सा लेंगे और मुल्क को साफ़ सुथरा बनाने के लिए अवामी शऊर बेदार करेंगे।