उज्मा की वालिदा वजीर ए आला के अवामी दरबार में पहुंची

पटना 2 जुलाई : आठ साल की उज्मा आरा मामले की जांच सीआईडी को देने का रियासत हकुमत ने फैसला किया है। आज वजीर ए आला नीतीश कुमार ने आवामी दरबार में इंसाफ मांगने पहुंची उज्मा की मां नसीमा खातुन को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उज्मा का बेहतर इलाज होगा। उसकी मां का कहना है कि दरभंगा के कुछ बदमाशों ने उसकी बेटी को पटना के राजेंद्र नगर मोहल्ले में हमला कर हाथ काट दिया था।

इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद पुलिस की तेजी अचानक बढ़ गयी। पटना से लेकर दरभंगा तक पुलिस अफसरों ने उज्मा का हाथ काटने के इलज़ाम पर ही शक जताना शुरू कर दिया। कहा गया कि ट्रेन में उज्मा के साथ हादसा हो गया था। जब इलाज के लिए लड़की अस्पताल पहुंची तो डॉक्टरों ने उसकी हालत देखते हुए हाथ को काट देना ही मुनासिब समझा। हालांकि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज कर रहे उज्मा के डॉक्टर पुलिस के इस दावे को खारिज कर रहे हैं।

पुलिस हुक्काम इस मामले में हर दिन नया खुलासा कर यह जताना चाह रहे हैं कि उज्मा का हाथ किसी बदमाश ने भुजाली से नहीं काटा। पुलिस हुक्काम का सारा मेहनत उज्मा के वालेदैन की बातों को खारिज करने पर खर्च हो रहा है। दरभंगा के एसपी ने खुलासा किया है कि उज्मा के वालिद अपने आस-पड़ोस के लोगों को परेशान करने के लिए केस करते रहे हैं। ऐसा करने का उनका पुराना रिकार्ड है।

पुलिस के नये खुलासों से उज्मा का खानदान हैरान

पुलिस की कहानी से उज्मा के वालेदैन और भाई परेशान हैं। भाई अरबाज ने कहा कि उसके वालिद मामूली दर्जी हैं और उनकी इतनी हैसियत नहीं कि वे किसी पर केस-मुकदमा करें। उसने कहा कि मुजरिमों को पकडऩे के बदले हर दिन नयी कहानी गढ़ी जा रही है। यह किसी को फिक्र नहीं कि उज्मा की हालत कितनी खराब है और उसके अगवा भाई का अब तक कुछ पता नहीं है। उसके चार साल के भाई जुल्फिकार का अगवा बदमाशों ने लहेरियासराय के कॉमर्शियल चौक से 25 मई को ही कर लिया था।

मालूम हो कि अगवा जुल्फिकार के मामले में अब तक कोई सुराग नहीं मिलने से परेशान उसके घरवाले डीजीपी से मिलने के लिए 27 जून को दरभंगा इंटरसिटी से पटना आये थे। उसी दिन पीछा करते हुए बदमश बॉबी खान और बशीर कुंजरा ने उज्मा को राजेंद्र नगर स्टेशन के पास खींच लिया था और उसका दाहिना हाथ भुजाली से काट दिया था। ऐसा उज्मा के अहले खाना का कहना है।

उज्मा की मां इन्साफ की फ़रियाद लगाने वजीर ए आला के अवामी दरबार में भी पहुंची। सीएम ने उज्मा की वाल्दा की बातों को सुनकर मुजरिमों को फ़ौरन गिरफ्तारी का यकीन दिया।