देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. हरीश रावत सरकार ने जुमा की नमाज के लिए मुस्लिम कर्मचारियों को 90 मिनट के ब्रेक देने का फैसला किया है. जिसमें मुस्लिम कर्मचारियों को जुमे की नमाज के लिए दोपहर 12.30 से 2 बजे तक ब्रेक दिया जाएगा.
रावत कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को पास कर दिया है. रावत सरकार के इस फैसले पर भारतीय जनता पार्टी सवाल उठा रही है.
प्रदेश 18 के अनुसार, भाजपा ने जुमा की नमाज के लिए मुस्लिम कर्मचारियों को 90 मिनट की छुट्टी देने पर आपत्ति जताई है. भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि धर्म के आधार पर निर्णय लिया जाए. यह बहुत गलत है. हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है. इस प्रकार की बातें धर्म आधारित देशों में हो सकती हैं. यह वोट की राजनीति के लिए लिया गया फैसला है.
बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा कि अगर ऐसा है तो हिंदुओं को रविवार को सूर्य पूजा के लिए, सोमवार को शिव और मंगलवार को हनुमान पूजा के लिए 2 घंटे की छुट्टी देना चाहिए.
वहीँ शिवसेना नेता मनीषा कयांदे ने कहा कि राज्य सरकार का ये फैसला मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के तहत लिया गया है. इस मामले को हमारी पार्टी संसद में उठाएगी.
हालांकि कांग्रेस रावत सरकार के साथ खड़ी है. कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय ने कहा कि यह अच्छा फैसला है, उसका स्वागत किया जाना चाहिए. जिन्हें लगता है कि यह चुनावी स्टंट है वह विरोध दर्ज करवाएं. हमें हर धर्म का सम्मान करना चाहिए. कांग्रेस अगर अच्छा करे तो उन्हें तकलीफ होती है. कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि शुक्रवार को ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम नमाज़ ऐडा करते हैं, अगर समय दे दिया जाए तो ठीक है. शायद कुछ कठिनाइयां आ रही हूँ, इसलिए सुविधा दे रहे हैं तो ठीक है.